रांची: उत्तरी छोटानागपुर के कमिश्नर के पद पर योगदान देने के लिए आइएएस अधिकारी वंदना दादेल को अंतिम मौका दिया गया है। राज्य सरकार ने उनकी छुट्टी के आवेदन को रद्द करते हुए उन्हें अविलंब योगदान देने को कहा है। अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जा सकती है। कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग द्वारा मंगलवार को जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि वंदना दादेल पूर्व में ही 56 दिनों का शिशु देखभाल अवकाश का उपभोग कर चुकी हैं। हजारीबाग प्रमंडल में गिरिडीह एवं रामगढ़ में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई है। इस प्रमंडल की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रमंडलीय आयुक्त का पदस्थापन किया गया है। सरकार के आदेश की अवहेलना आदि कारणों के आलोक में वंदना दादेल की छुट्टी के आवेदन को रद्द किया गया है।
उत्तरी छोटानागपुर के कमिश्नर के रूप में पदस्थापन की अधिसूचना 13 जून को ही जारी हुई थी। इसके 28 दिनों बाद भी उन्होंने इस पद पर योगदान नहीं दिया है। उन्होंने दो दिन बाद ही 15 जून को स्थानांतरण को स्थगित करने का अभ्यावेदन दिया था, जिसे राज्य सरकार ने समीक्षा के बाद 24 जून को अस्वीकृत कर दिया था। इस बीच दादेल ने 20 जून को 8 माह के लिए शिशु देखभाल अवकाश का आवेदन देकर अनधिकृत रूप से 16 दिनों से अनुपस्थित रहीं। सरकार ने इसे स्थानांतरित पद पर योगदान नहीं देने की मंशा से शिशु देखभाल अवकाश का आवेदन दिया गया। इसके बाद उपरोक्त आदेश जारी किया गया है।