रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पिछले ढाई साल में वर्षों से लंबित एक लाख सरकारी नौकरियां दी गयीं, जिससे बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त हुआ। आनेवाले छह- सात माह में 50 हजार और सरकारी नियुक्ति देने के लिए प्रक्रिया चल रही है। सरकारी नौकरी में रिक्तियों को भर कर राज्य सरकार राज्य के युवक- युवतियों के रोजगार का सपना पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि स्किल्ड झारखंड अर्थात सक्षम झारखंड। यह नये भारत और नये झारखंड का आगाज है। मुख्यमंत्री विश्व युवा कौशल दिवस समारोह के मौके पर प्रोजेक्ट भवन स्थित सभागार में बोल रहे थे। मौके पर मुख्यमंत्री ने आॅनलाइन पांच दीनदयाल उपाध्याय कौशल (मेगा स्किल सेंटर) का शुभारंभ किया। इसके अलावा हुनर एप की भी शुरुआत मुख्यमंत्री के द्वारा की गयी तथा एक प्रोसेस मैनुअल पुस्तिका का भी लोकार्पण किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम ज्ञान आधारित तकनीकी युग में जी रहे हैं। आज जिसके पास ज्ञान है, ज्ञान की विशेषताओं का भंडार है वह राज्य या देश स्तर पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी का गठन किया गया। राज्य की जनसंख्या के 32 प्रतिशत युवक- युवतियां हैं, उनके कौशल का विकास करना सरकार की प्राथमिकता है। इसके अलावे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी में रह रहे जिन युवक युवतियां कॉलेज की शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं, उन्हें भी प्रशिक्षित कर उनका कौशल विकास किया जायेगा। पंचायत सचिवालय के माध्यम से हर पंचायत में 100 युवक- युवतियां जो कॉलेज की शिक्षा नहीं ले पाये हैं, उन्हें स्किल्ड किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के युवक- युवतियां बाहर के राज्यों में जाकर घरेलू नौकर का काम करें यह स्वीकार्य नहीं। बल्कि इन युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें झारखंड में रोजगार दिलाने का प्रयास होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा वर्ग अभिभावकों पर बोझ न बने, उन्हें रोजगार मुहैया हो, इसे लेकर उनके कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों में भी स्किल डेवलप्मेंट के लिए ज्यादा पैसे दिये गये हैं। पूरे राज्य में कौशल विकास की क्षमता बढ़ाने के लिए 700 करोड़ व्यय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का न्यू इंडिया का सपना तभी सफल होगा, जब न्यू झारखंड सफल होगा। न्यू झारखंड बनाने के लिए हमें स्किल झारखंड बनाना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में काफी निवेशक आ रहे हैं, तीन माह के भीतर करीब 700 करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारने का काम चल रहा है। इसी अगस्त माह में 10 से 15 हजार करोड़ का काम जमीन पर उतारने का काम शुरू होगा। ऐसे में रोजगार के अवसर का सृजन होगा, जिसके लिए स्किल्ड लोगों की जरूरत होगी। इससे झारखंड के स्कील्ड युवाओं को यहीं रोजगार के अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिलाओं को स्किल्ड करना सरकार की प्राथमिकता है। 32 हजार गांवों से 15-15 महिलाओं को भी महिला उद्यमी बोर्ड के समन्वयकों द्वारा हुनरमंद बनाया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा आने वाले समय में चार लाख 80 हजार महिलाओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य का आर्थिक ग्रोथ बढ़ने के साथ- साथ यहां बेरोजगारों को रोजगार मिले और उनकी आमदनी में भी बढ़ोत्तरी होनी चाहिए।
कई संस्थानों से हुआ एमओयू
कार्यक्रम में एक्सेल योजना का शुभारंभ करते हुए आइआइएम, टीआइएसएस, आइएलएफएस, बीआइटी मेसरा, रेडिशन एवं कैपिटल हिल के साथ एमओयू करार भी किया गया।
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के मिशन निदेशक रवि रंजन, सीइओ अमर झा, आइआइएम रांची के निदेशक शैलेंद्र सिंह समेत बड़ी संख्या में शिक्षाविद, नॉलेज पार्टनर, ट्रेनिंग सर्विस प्रोवाइडर, नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवा, छात्रगण और उनके अभिभावक उपस्थित थे।
युवक-युवतियों को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाया जायेगा : अजय कुमार
उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में 73 प्रशिक्षण केंद्रों में 15 हजार प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभिन्न विभागों द्वारा भी कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ऐसे में अभी झारखंड में 30 हजार लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के द्वारा युवक- युवतियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि उन्हें राज्य में ही रोजगार मिले। राज्य सरकार द्वारा आने वाले पांच वर्षो में 20 लाख युवक- युवतियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। अब तक छह माह में पांच हजार 500 युवक- युवतियों को प्रतिशत किया गया है, 1500 के बीच नियुक्ति पत्र भी बांटा गया है। आज विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर 150 लोगों को रोजगार से संबंधित नियुक्ति पत्र बांटा जायेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड के प्रत्येक जिले में कम से कम एक दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र खोला जायेगा। प्लस टू के बाद युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
वर्ष 2020 तक सभी प्रखंडों में खोला जायेगा आइटीआइ : अमित खरे
अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि शिक्षा और कौशल विकास को बजट में प्रधानता देते हुए सरकार युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र खोला जा रहा है, जिससे स्थानीय लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार से जुड़ सकें। वर्ष 2020 तक सभी प्रखंडों में आइटीआइ खोला जायेगा। यह सब एक समेकित टीम भावना और प्रतिबद्ध प्रयास से पूरा होगा।
150 युवक- युवतियों को मिला नियुक्ति पत्र
कार्यक्रम में 150 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया। जिनमें सांकेतिक रूप से 10 नियुक्ति पत्र रश्मि बेक, राउडे सोरेन, संगीता कुमारी, संध्या मुंडा, सोनवीर तिवारी, रेखा कुमारी, आभा सुचिता कुजूर, अनिमा एक्का, सुनील कुमार, श्याम किशोर को मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में स्किल प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।