राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर झटका देते हुए उसके तीन और विधायकों ने सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। अभी तक छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। वहीं राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी आठ कांग्रेस के विधायकों ने मीरा कुमार के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की थी जिससे उम्मीद है कि अभी और कांग्रेसी विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं।
कांग्रेस से विधायकों का यूं इस्तीफा देना पार्टी को मुश्किल में डाल सकता है। पार्टी ने आठ अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने वरिष्ठ नेता को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ने शामिल हुए बलवंत सिंह राजपूत को मैदान में उतारा है।
बालासिनोर से विधायक मानसिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा को इस्तीफा सौंपा। वहीं, वांसडा से विधायक छनाभाई चौधरी ने गुरुवार रात अध्यक्ष के आवास पर उनको अपना त्यागपत्र दिया। विधायक रामसी परमार ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार से लेकर आज तक छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना है।
क्या है गुजरात विधानसभा की स्थिति
182 सदस्यीय विधानसभा में छह विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 51 रह गई है। वहीं कांग्रेस को राज्यसभा की सीट पर जीत हासिल करने के लिए 47 वोट चाहिए। वहीं भाजपा के पास एक बागी समेत 122 विधायक हैं। राकांपा के पास दो और जदयू के पास एक विधायक है।
वाघेला छोड़ चुके हैं पार्टी
21 जुलाई को कद्दावर नेता शंकरसिंह वाघेला ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। कांग्रेस के तीन नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा को अपना त्यागपत्र सौंपने के बाद कहा कि वे पार्टी के अंतर्कलह से दुखी होकर यह कदम उठा रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में हुई थी क्रॉस वोटिंग
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायकों की तरफ क्रॉस वोटिंग हुई थी। विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को विधानसभा में पार्टी के 57 विधायकों में से सिर्फ 49 विधायकों के ही वोट मिले थे।