Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, June 19
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»घाटी में खतरा बढ़ाः एक बुरहान की मौत से कश्मीर में जन्मे 100 खूंखार दहशतगर्द
    देश

    घाटी में खतरा बढ़ाः एक बुरहान की मौत से कश्मीर में जन्मे 100 खूंखार दहशतगर्द

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJuly 3, 2017No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत ने घाटी में करीब सौ नए आतंकी तैयार कर दिए हैं। यह दावा सेना की एक आंतरिक रिपोर्ट में किया गया है। सेना ने वानी को पिछले साल जुलाई में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। वानी की मौत के बाद कश्मीर में करीब छह महीने तक हालात खराब रहे, इसका असर अभी भी है। सेना ने उसकी मौत के बाद करीब एक साल के भीतर कश्मीर की स्थिति का विश्लेषण किया है।

    सूत्रों के अनुसार इसमें कहा गया है कि वानी की मौत ने छह महीने तक कश्मीर को बुरी तरह अशांत रखा। हालांकि अब हालात काफी हद तक काबू में हैं। सेना के अनुसार, हिजबुल आतंकी की मौत को आतंकियों और अलगाववादियों ने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। नौजवानों को सेना के खिलाफ भड़काया गया। उन्हें आतंकी बनने के लिए प्रेरित किया गया। इससे एक तो कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी दूसरे सेना एवं सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले भी हुए।

    दरअसल, सेना और सुरक्षाबलों का पूरा ध्यान दक्षिणी कश्मीर एवं अन्य हिस्सों में वानी की मौत के बाद उत्पन्न कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को संभालने में लगा रहा। जबकि इस बीच हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर आदि आतंकी गुटों ने नौजवानों को गुमराह करने के अपने अभियान को तेज कर दिया। वानी की मौत को नौजवानों के बीच शहादत के रूप में भुनाया गया। इससे हिजबुल मुजाहिदीन ने कश्मीर में करीब सौ आतंकियों की नई भर्ती कर ली।

    सेना के सूत्रों का कहना है कि चूंकि सुरक्षा एजेंसियों का पूरा ध्यान कश्मीर में उत्पन्न आंतरिक हालात को संभालने की तरफ था, इसलिए आतंकी संगठन अपने मंसूबों में कामयाब हो गए और बड़े पैमाने पर आतंकी भर्ती हो गए। इनमें से ज्यादातर दक्षिण कश्मीर के तीन जिलों कुलगाम, पुलवामा तथा शोपियां के निवासी हैं।

    सूत्रों ने कहा कि नए भर्ती हुए इन आतंकियों को प्रशिक्षण दिए जाने की खबरें हैं। कुछ नौवाजनों को प्रशिक्षण के लिए पाक अधिकृत कश्मीर भी भेजा गया है। सेना का आकलन है कि इन सौ नए आतंकियों समेत करीब चार सौ आतंकी कश्मीर घाटी में सक्रिय हैं जिनकी तलाश के लिए अब खुफिया तंत्र को मजबूत किया गया है। आतंकियों की तलाश में सफलता मिली है। हाल में श्रीनगर में स्कूल के निकट हुए आतंकी हमले की सेना को पहले भनक लग चुकी थी, इसलिए आतंकी मारे गए।

    दक्षिणी कश्मीर में बड़े पैमाने पर सेना पहले तैनात थी लेकिन उसे 2011-12 के दौरान हटाना शुरू किया गया था क्योंकि हालात सुधर रहे थे। हालांकि इसका नतीजा अच्छा नहीं निकला। हिजबुल और लश्कर ने इन जिलों में नौजवानों को भर्ती करना शुरू कर दिया। सेना के रिकॉर्ड के अनुसार 2014 में ही 70 नौजवान इस क्षेत्र से आतंकी बनें। सेना की एक अन्य रिपोर्ट कहती है कि 2016 में कश्मीर में कुल 143 आतंकी चिह्नित किए गए जिनमें से 89 कश्मीर थे और बाकी पाकिस्तानी, लेकिन इन 89 आतंकियों में से 60 दक्षिणी कश्मीर के थे।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबारिश के पानी से होनेवाले फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए अपनाये ये आसान उपाय !
    Next Article अखिलेश सरकार में ‘छोटी बहू’ पर बड़ी मेहरबानी, गोशाला के पैसों में गड़बड़झाला !
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ प्रशिक्षु अधिकारियों की शिष्टाचार भेंट

    June 18, 2025

    हिमाचल के लिए केंद्र से 2006 करोड़ रुपये की मंजूरी, जेपी नड्डा ने जताया आभार

    June 18, 2025

    केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन, दो पालकी मजदूरों की मौत, तीन घायल

    June 18, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • खूंटी का  बनई पुल टूटा, खूंटी-सिमडेगा मुख्य मार्ग पर आवागमन ठप
    • झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 56 आईएएस अधिकारियों का तबादला
    • भारी बारिश से जन जीवन प्रभावित, रौद्र रूप में नजर आ रहे खूंटी के जलप्रपात
    • एमएड सेमेस्टर वन की परीक्षा 30 जून से
    • फ्लाईओवर का नामकरण मदरा मुंडा के नाम पर करने की मांग
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version