आनंद फिल्म का डायलॉग है – “जिन्दगी और मौत तो ऊपर वाले के हाथ में है जहाँपनाह”

शायद ये डायलॉग काफी हद तक सही भी है, क्योंकि हमने ऐसी कई दुर्घटनाओं को देखा है जिसमें इंसानों का बच पाना नामुमकिन था लेकिन फिर भी उन लोगों ने मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीती है।

आज हम आपको ऐसी ही एक अदभुत और अकल्पनीय सच्ची घटना के बारे में बताने जा रहे है जिसमें एक शख्स डेढ़ घंटे में मौत को 30 बार मात देकर जिंदा हो उठता है।

ये हैरतअंगेज घटना रूस में पिछले दिनों घटी जब रूस के मॉस्को में रहने वाले 55 वर्ष के वैलियंत खितार तारियेवा जो हर रोज की तरह ही अपने घर पर थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसकी वजह से उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन हॉस्पिटल पहुँचने से पहले ही वे कोमा में जा चुके थे। डॉक्टरों ने अगले डेढ़ घंटे तक इस शख्स को बचाने की पूरी कोशिश की।

इस दौरान वैलियंत खितार तारियेवा 30 बार क्लिनिकली डेड हो चुके थे।

डॉक्टरों का कहना था कि उस छोटे से अंतराल में 30 बार इस दुनिया में वापस आना अदभुत है और ये किसी चमत्कार से कम नही है।

वहीं वैलियंत खितार तारियेवा का अपने इस एक्सपीरियंस के बारे में कहना है कि “मुझे लगा कि मैं एक सपने में हूँ और मैं कहीं जाना चाहता हूँ लेकिन किसी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा अभी समय नहीं हुआ है। मैं अपने डॉक्टरों को अपने दूसरे माता-पिता मानता हूँ क्योंकि उन्होंने ही मुझे दूसरा जीवन दिया है, ये अदभुत है कि मैं अभी भी जिंदा हूँ।”

आपको बता दें कि ये पहला केस नहीं है जब कोई आदमी क्लिनिकाली डेड होने के बाद वापस जिंदा हुआ हो इससे पहले भी कई घटनाएँ हो चुकी है। लेकिन ऐसा 30 बार होना ही अपने आप में एक रिकॉर्ड है क्योंकि कोई भी आदमी सिर्फ डेढ़ घंटे में 30 बार मरकर शायद ही इससे पहले कभी जिंदा हुआ हो।

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