रांची: तमाड़ के तत्कालीन जेडीयू विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या की जांच में एनआइए की टीम जुट गयी है। तीन सदस्यीय एनआइए की टीम मंगलवार दिन भर बुंडू में रही और विधायक हत्याकांड मामले में सबूत इकट्ठा किया। एनआइए सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर जल्द ही एनआइए आत्मसमर्पण कर चुके कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करेगी।
घटनास्थल पर पहुंच एकत्र की जानकारी
मंगलवार दोपहर एनआइए की टीम सबसे पहले बुंडू स्थित स्वर्गीय रमेश सिंह मुंडा स्कूल पहुंची। इसी स्कूल में सभा के दौरान विधायक की हत्या कर दी गयी थी। स्कूल के प्रिंसिपल और दूसरे कई कर्मचारियों से एनआइए ने पूछताछ की। टीम ने पुलिस अधिकारियों से भी इस संबंध मे जानकारी ली।

2008 में हुई थी हत्या
गौरतलब है कि नौ जुलाई 2008 को बुंडू के हाइस्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान सरेआम रमेश मुंडा की हत्या हुई थी। विधायक छात्रों को पुरस्कार देने और शिक्षकों को सम्मानित करने के बाद वह मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। तभी कुंदन पाहन के दस्ते ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायीं। इस हमले में विधायक, उनके अंगरक्षक और एक छात्र की मौत हो गयी थी।

अब तक सीआइडी के हवाले थी जांच
अभी तक इस मामले की जांच सीआइडी कर रही थी। अनुसंधान के दौरान सीआइडी ने मामले को लेकर दर्ज प्राथमिकी में अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रीवेंशन एक्ट (यूएपीए) की धाराएं जोड़ी थीं, जिसके बाद एनआइए ने मामले की जांच करने का फैसला लिया था।

अनशन पर बैठे थे विकास मुंडा
इसी मामले को लेकर पिछले दिनों रमेश मुंडा के पुत्र और वर्तमान में तमाड़ से विधायक विकास मुंडा ने जांच के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था। 14 मई को कुंदन पाहन के सरेंडर के बाद उसे हीरो की तरह पेश किये जाने के विरोध में विकास मुंडा अनशन पर भी बैठे थे। तभी हत्याकांड के उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी।

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