भोपाल: मध्य प्रदेश के लिए कलंक बना व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) में मौतों का सिलसिला जारी है। व्यापमं मामले में अभी तक 50 से भी ज्यादा लोग आत्महत्या कर चुके हैं या तो उनकी संदिग्ध मौत हो गयी है। बुधवार को भी एक व्यापमं मामले में आरोपी ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

शिवराज सरकार के चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में लगातार मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है। बुधवार को व्यापमं मामले में आरोपी बनाये गये प्रवीण यादव नाम के युवक ने अपने घर में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। उसकी जबलपुर उच्च न्यायालय में गुरुवार को ही पेशी होनी थी। घटना अकी जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव में रहने वाले प्रवीण ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। इसे पुलिस ने चर्चित व्यापमं मामले 2012 में आरोपी बनाया गया था।

वहीँ गुरुवार को ही प्रवीण की पेशी थी। वहीँ प्रवीण के परिजनों का कहना है कि प्रवीण पढ़ने में अच्छा था और अपनी योग्यता से उसका व्यापमं में चयन हुआ था, लेकिन उसे बेवजह व्यापमं में झूठा फंसाया गया। व्यापमं में आरोपी बनाये आने के बाद से ही प्रवीन तनाव भरी जिन्दगी से गुजर रहा था। जिससे परेशान होकर बुधवार को उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

मालूम हो कि व्यापमं घोटाले का मामला खुलने के बाद से ही अभी तक इस मामले में करीब 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पूरा मामला आज भी अनसुलझी गुत्थी बना हुआ है। वहीँ 2008 में प्रवीण का चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए चयन हुआ था और उसे 2012 में व्यापमं का आरोपी बनाया गया था। व्यापमं घोटाले की वर्तमान में सीबीआई जांच कर रही है।

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