रांची। लोकसभा के बाद झारखंड की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा भी धर्म की पहचान बताने का अखाड़ा बनी। यहां बुधवार को एक ओर जहां जय श्रीराम गूंजा, तो दूसरी ओर जय सरना के नारे लगे। इसके बीच में भारत माता की जय की गूंज भी सुनाई पड़ी। नतीजा हुआ कि पहली पाली में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सत्र की शुरुआत में ही झामुमो के विधायक कुणाल षाड़ंगी ने भारतीय वन संरक्षण कानून में संशोधन के विरोध में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया था। कार्यस्थगन के माध्यम से वह सरकार से जानना चाहते थे कि इस कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार का पक्ष मांगा है। उसमें सरकार का पक्ष क्या है। स्पीकर ने इस कार्य स्थगन को अमान्य कर दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी विधायक इस पर सरकार की राय जानने की मांग को लेकर अड़े रहे। नारेबाजी करते हुए विधायक वेल में आ गये। इसी बीच झामुमो के पौलुस सुरीन ने कहा-जय सरना। इसके बाद पूरा सत्ता पक्ष जय श्रीराम कहने लगा। भारत माता के जयकारे लगाने लगा। इसमें मंत्री से विधायक तक शामिल हो गये। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। लेकिन इस मसले पर राजनीति विधानसभा के बाहर भी दिखी।
वन अफसरों को गोली मारने का अधिकार: हेमंत
झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी और प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि भारतीय वन कानून में संशोधन के बाद वन अधिकारियों के पास सीधे गोली मारने का अधिकार होगा। दरअसल, भारतीय वन कानून के तहत संशोधन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार से उसका पक्ष मांगा है। सरकार के उसी पक्ष को जानने के लिए विपक्षी विधायक सदन में अड़े थे।
हेमंत को कोर्ट पर भरोसा नहीं : किशोर सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अगर राज्य सरकार का पक्ष जानना चाहती है, तो सरकार सदन में अपनी बात क्यों रखेगी। क्या विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है। विपक्ष द्वारा यह मामला उठाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण और हास्यापद है।
स्पीकर ने कहा-फालतू बात न करें
झारखंड मुक्ति मोर्चा के वेल में आ जाने और लगातार विरोध जताने को लेकर स्पीकर दिनेश उरांव ने झामुमो विधायकों से कहा कि आप सदन को हाइजैक ना करें। इसके बाद हेमंत सोरेन को अपनी बात कहने की इजाजत देते हुए कहा कि सीधा-सीधा बात करें, फालतू बात नहीं करें। यह सुनते ही हेमंत सोरेन ने कहा-क्या हम फालतू बात करते हैं। हेमंत ने कहा कि जंगल में रहने वाले लोगों को हटाने के साथ-साथ वन अधिकारियों को गोली मारने के आदेश हैं। सरकार ने अपना पक्ष नहीं रखा है, इसलिए सरकार को सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने को कहा गया है। सरकार का पक्ष क्या है, यह हमें भी बतायें।
भाजपा का हिडेन एजेंडा : हेमंत सोरेन
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा का हिडेन एजेंडा दिख रहा है। हर चीज को भाजपा राजनीतिक रंग देना चाहती है। यह बात विधानसभा में भी दिखाई पड़ी है। इस तरह से चीजों को रंग देना उचित नहीं है।
उपहास उड़ाने के लिए राम नाम का इस्तेमाल: सुखदेव
सदन में जय श्रीराम नारा की गंूज के बाद सुखदेव भगत ने कहा कि माननीयों का आचरण निंदनीय है। श्रीराम का नाम भक्ति श्रद्धा से लिया जाना चाहिए। किसी का उपहास उड़ाने के लिए राम नाम का उपयोग गलत है। कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का नाम श्रद्धा के साथ लिया जाना चाहिए, उपहास उड़ाने के लिए नहीं।
पहले विपक्ष ने लगाये नारे: अमर बाउरी
मंत्री अमर बाउरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सदन में पहले विपक्ष की ओर से पौलुस सुरीन ने नारे लगाये थे। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि श्री राम नहीं चलेगा। इसके बाद सत्ता पक्ष के लोगों ने प्रतिवाद किया और नारेबाजी की।
जय श्रीराम पर गर्व है : सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि श्रीराम हमारे कण-कण में हैं और अगर जय श्रीराम बोलने से सदन बाधित होती है, तो हमें गर्व है श्रीराम के नाम पर। पहले विपक्ष की ओर से क्यों जय सरना का नारा दिया गया, इसके बाद सत्ता पक्ष की ओर से जयश्रीराम की गूंज सुनायी पड़ी।
मामला सुप्रीम कोर्ट में है: दिनेश उरांव
विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है, तो किस नियम के तहत कार्रवाई करें। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने झामुमो सदस्यों से कहा कि सदन को हाइजेक नहीं करें।
जय श्रीराम का विरोध नहीं किया: पौलुस सुरीन
झामुमो विधायक ने कहा कि जय श्रीराम का नारा लगाये जाने का प्रतिरोध नहीं किया था। पहले जय सरना जरूर कहा था। इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायकों ने जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाये।
सदबुद्धि के लिए लगाये नारे: बिरंची नारायण
विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि विपक्ष को सदबुद्धि आये, इस कारण जय श्रीराम के नारे लगाये गये। अगर विपक्ष हंगामा ही करता रहेगा, तो विकास की बात कहां होगी।
सबसे बड़ा राम भक्त मैं: इरफान अंसारी
विधायक इरफान अंसारी ने हाथ में बंधे मौली को दिखाते हुए कहा कि सबसे बड़ा रामभक्त मैं हूं। जानबूझ कर भाजपा वाले नौटंकी कर रहे हैं।

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