Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»ताजा खबरें»अंडमान-निकोबार में हार्पून एंटी शिप मिसाइल से लैस 10 जगुआर तैनात
    ताजा खबरें

    अंडमान-निकोबार में हार्पून एंटी शिप मिसाइल से लैस 10 जगुआर तैनात

    sonu kumarBy sonu kumarJuly 21, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    अंडमान निकोबार द्वीप समूह में चल रहे युद्धाभ्यास के बीच वायुसेना ने भी हार्पून एंटी शिप मिसाइल से लैस लगभग 10 जगुआर लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी है। भारतीय नौसेना ने चीन को समुद्री इलाके में घेरने का संदेेश देने के लिए अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह मेें एक ड्रिल शुुरू कर रखी है। इसी बीच अमेरिका का जंगी जहाज निमित्ज भी यहां आकर भारत के युद्धाभ्यास में शामिल हो गया है।
    भारत-अमेरिका के संयुक्त नौसेना युद्धाभ्यास के बीच भारतीय वायुसेना ने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में हार्पून एंटी शिप मिसाइल से लैस लगभग 10 जगुआर लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी है। यह सभी द्वीप पर पहुंचकर इस युद्धाभ्यास का हिस्सा बन चुके हैं। जगुआर लड़ाकू विमान को भारतीय वायुसेना में शमशेर नाम से जाना जाता है। इस विमान की खासियत है कि ये दुश्मन के इलाके अंदर घुसकर किसी भी जगह हमला कर सकता है। वर्तमान में भारतीय वायु सेना के पास 139 जगुआर लड़ाकू विमान मौजूद हैं। अंडमान-निकोबार द्वीप में जगुआर के आधे दस्ते को तैनात किया गया है। हार्पून एंटी शिप मिसाइल से लैस जगुआर विमान मलक्का स्ट्रेट के पास तैैनात रहकर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलएएन) के किसी भी प्रयासों को बेअसर करने में बेहद प्रभावी होंंगे।
    भारतीय नौसेना ने यूएस नेवी के साथ इस युद्धाभ्यास को पासेक्स यानी पासिंग एक्सरसाइज नाम दिया है। पूर्वी लद्दाख की सीमा एलएसी पर चीन के साथ चल रहे सैन्य टकराव के बीच भारतीय नौसेना यहां कई दिन पहले से अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में युद्धाभ्यास कर रही है। चीन के साथ भारत के जारी तनाव के बीच अमेरिका ने भी साउथ चाइना सी से लेकर हिन्द महासागर तक अपनी गश्त बढ़ा दी है। इस बीच अमेरिकी जंगी जहाज निमित्ज भी यहां आकर सोमवार से भारत के युद्धाभ्यास में शामिल हो गया है। अमेरिकी जहाज निमित्ज सीवीएन68 के साथ भारतीय नौसेना के फ्रिगेट शहयादर एफ-49 और शिशालिक एफ-47, अमेरिकी हेलीकॉप्टर एमएच-60R हेलीकॉप्टर के साथ शिवालिक और अमेरिकी विध्वंसक राल्फ जॉनसन युद्धाभ्यास कर रहे हैंं। इसके अलावा निमित्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप हिन्द महासागर क्षेत्र में गश्त कर रहा हैै।
    भारतीय नौसेना ने जब यह युद्धाभ्यास शुरू किया था तब पहले से ही दो अमेरिकी सुपर एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज और रोनाल्ड रीगन दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास करके चीन को हिन्द महासागर में घेरने का संदेश दे रहे थे। भारतीय नौसेना की ड्रिल शुरू होने के बाद अमेरिकी युद्धपोतों ने साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास खत्म कर दिया। यूएसएस रोनाल्ड रीगन तो लौट गया लेकिन अमेरिकी नेवी के सातवें बेड़े में शामिल एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज 18 जुलाई को मलक्का स्ट्रेट से गुजरते हुए देखा गया था, जो रविवार की शाम को अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के पास पहुंच गया। अब भारत के साथ युद्धाभ्यास करने के साथ ही अंडमान के पास ही यूएसएस निमित्ज हिन्द महासागर में गश्त लगाएगा। इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 90 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स के अलावा 3000 के आसपास अमेरिकी नौसैनिक तैनात हैं।
    भारत और अमेरिकी नौसेना का यह संयुक्त युद्धाभ्यास इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अंडमान और निकोबार के इन्हीं रास्तों मलक्का स्ट्रेट से चीन का अहम व्यापार होता है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूहों के पास ड्रिल कर रहे भारतीय युद्धपोतों में विध्वंसक, पेट्रोलिंग एयरक्राफ्ट और पनडुब्बी शामिल हैं। कई युद्धपोतोंं को मलक्का स्ट्रेक के पास तैनात किया गया है, जहां से चीन के व्यापारिक जहाज गुजरते हैंं। दरअसल हिन्द महासागर और प्रशांत महासागर के बीच 2.8 किमी. का एक संकरा गलियारा है जहां से एक दिन में सैकड़ों जहाज गुजरते हैं, जिसमें चीन के भी व्यापारिक जहाज होते हैं। इसीलिए यहां युद्धाभ्यास करके भारत और अमेरिका संयुक्त रूप से चीन को हिन्द महासागर में घेरने का संदेश दे रहे हैं।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleलालजी टंडन के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और विस अध्यक्ष ने जताया शोक
    Next Article पेट्रोल-डीजल की कीमतों में नहीं हुई बढ़ोतरी, आम जनता को मिली राहत,
    sonu kumar

      Related Posts

      प्रशासनिक लापरवाही के कारण हुआ बेंगलुरु हादसा

      June 6, 2025

      हॉकी कोच प्रतिमा बरवा का निधन

      May 31, 2025

      पाकिस्तान ने घबराकर हमें फोन किया… भारत ने ट्रंप के कश्मीर मध्यस्थता के बयान को किया खारिज

      May 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version