चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में गुरुवार की रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने ऐसी घटना को अंजाम दिया कि प्रदेश ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है। विकास और उसके साथियों ने सीओ बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से पुलिस बराबर विकास दुबे और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसती जा रही है। पुलिस ने घटना के अगले दिन ही विकास के दो गुर्गों को मार गिराया था।
अगले दिन कल्याणपुर पुलिस ने एक गुर्गे दयाशंकर अग्निहोत्री को गोली मारकर घायल कर दिया। इसके बाद मंगलवार की रात हमीरपुर में एसटीएफ ने विकास के दाहिने हाथ अमर दुबे को मार गिराया। इसी बीच रात में ही कानपुर की चौबेपुर और नवाबगंज पुलिस ने एक और 50 हजार रुपये के इनामी श्यामू बाजपेयी को शिवली रोड पर गोली मारकर घायल कर दिया।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि बिकरु गांव निवासा श्यामू वाजपेयी पुत्र राजेन्द्र कुमार को रात में गिरफ्तार किया गया था। रात में ही पूछताछ में उसने बताया कि घटना के दौरान जिस हथियार का प्रयोग किया गया था उसको जंगल में छिपा दिया है। इस पर उसे आला कत्ल की बरामदगी के लिए चार किलोमीटर दूर शिवली रोड जंगल ले गये।