प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना की 05 एचपीएसी सोलर पम्प की कार्ययोजना को प्रशासनिक स्वीकृति के बाद गोरखपुर-बस्ती मण्डल में 34 किसानों समेत प्रदेश के 1000 किसानों के लाभांवित होने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की तर्ज पर लाभांवित होने वाले किसान 02 एवं 03 एचपीएसी सोलर पम्प की कार्य योजना की प्रशासनिक मंजूरी के लिए किसानों को अभी इंतजार करना होगा।
विशेष सचिव बृजराज सिंह द्वारा वित्त-वर्ष 2020-21 के लिए 1000 सोलर पम्प वितरण के लिए मंजूरी दे दी है। कृषि निदेशक सोराज सिंह द्वारा गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों के उप निदेशक कृषि को पत्र लिखकर किसानों के चयन के दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं। किसानों के चयन में कार्य-योजना के दिशा निर्देश का अनुपालन सख्ती से करने को कहा गया है।
इन एजेंसियों को मिली जिम्मेदारी
प्रदेश में 05 एचपीएसी के सोलर पम्प लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने मेसर्स प्रीमियर इनर्जीज लिमिटेड तेलंगाना और मेसर्स रोटोमैंग मोटर्स एण्ड कंट्रोल प्राइवेट लिमिटेड गुजरात को एजेंसी के रूप में चुना है। मेसर्स प्रीमियर इनर्जीज प्रदेश में 625 और मेसर्स रोटामैंग मोटर्स 375 सोलर पम्प लगाएंगी। इन सोलर पम्प की स्थापना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत किया जाएगा।
मिलेगा 60 फीसदी अनुदान
05 एचपी के स्टैंड एलोन सोलर पम्प की स्थापना पर किसान को 60 फीसदी अनुदान मिलेगा। अनुदान की 30 फीसदी धनराशि केंद्र सरकार एवं 30 फीसदी धनराशि राज्य सरकार प्रदान करेगी। शेष 40 फीसदी धनराशि किसान अंश के रूप में स्वयं लाभार्थी किसान को जमा करना होगा। 4800 वाट यानी 05 एचपी का एसी सब-मर्सिबल सोलर पम्प जीएससी समेत 02,36,912 रुपये का है। इस धनराशि में 30 फीसदी केंद्रांश यानी 71,079 और 30 फीसदी राज्यांश यानी 71079 राज्य सरकार अनुदान के रूप में किसान को देगी। कुल मिलाकर 01,42,148 रुपये की धनराशि किसान को अनुदान के रूप में मिलेंगे। शेष 94,764 रुपये किसान को चुकाने होंगे।
गोरखपुर-बस्ती मण्डल के लिए 34 सोलर पम्प
गोरखपुर मण्डल में 20 एवं बस्ती मण्डल में 14 सोलर पम्प का वितरित होंगे। गोरखपुर मण्डल में मेसर्स प्रीमियर इनर्जीज लिमिटेड तेलंगाना सोलर पम्प लगाएगी। गोरखपुर में 05, महराजगंज में 10 देवरिया में 03 और कुशीनगर में 02 सोलर पम्प लगाए जाएंगे। बस्ती मण्डल में मेसर्स रोटोमैग मोटर्स द्वारा बस्ती में 10 और सिद्धार्थनगर में 04 सोलर पम्प लगाएगी। संतकबीरनगर के लिए अभी कोई आवंटन नहीं हुआ है।
यहां करना होगा आवेदन
05 एचपीएसी के सोलर पम्प के लिए किसान को ‘पारदर्शी किसान योजना के पोर्टल’ पर पंजीकरण कर सोलर पम्प के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा। जिन किसानों के पास पहले से बिजली से चलने वाले पम्प हैं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। पहले ड्राफ्ट देने वाले किसान को पहले पम्प आवंटित किया जाएगा।
इनके लिए है फायदेमंद
50 मीटर से 200 मीटर तक की गहराई से पानी लेने के लिए 05 एचपीएसी का सोलर पम्प उचित है। इस क्षमता के पम्प के लिए किसान के पास पहले से ही 06 इंच का क्रियाशील बोरिंग होना जरूरी है।
सोलर पम्प से है लाभ
पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने वाली संस्था हेरिटेज फाउंडेशन के नरेंद्र मिश्र कहते हैं कि सरकार स्टैंण्ड एलोन सोलर पम्प की स्थापना कर जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर कार्बन की तीव्रता को कम करना चाहती है। सोलर पम्प की स्थापना से किसान की फसल सिंचाई का खर्च कम होगा। दूसरे वह सोलर लाइट का इस्तेमाल बिजली के विकल्प के रूप में भी कर सकेंगे।