बेगूसराय, कोरोना के मद्देनजर जिले के सभी आइसोलेशन सेंटर में साफ-सफाई की बहेतर व्यवस्था को लेकर सफाईकर्मियों को उचित मात्रा में सफाई सामग्री मुहैया करायी जाएगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग बिहार के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम से आवश्यक निर्देश दिए हैं। पत्र में कहा गया है कि आइसोलेशन या एकांतवास केंद्र (क्वारेंटाइन सेंटर) की साफ-सफाई आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से नियमित रूप से होनी चाहिए। सफाई का विशेष ध्यान रख कर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने की दिशा में पर्याप्त संख्या में बिहार श्रम संसाधन विभाग के माध्यम से श्रमिकों की व्यवस्था की जाय। सफाई कर्मचारियों का व्यय सिविल सर्जन बिहार वित्त नियमावली के माध्यम से करेंगे जबकि सफाई कार्य की निगरानी आइसोलेशन सेंटर के प्रभारी करेंगे। इनके सत्यापन के आधार पर ही आउटसोर्स कंपनी के कर्मियों का भुगतान किया जाएगा।
सफाई के लिए उपलब्ध करायी जाएगी सामग्री
साफ-सफाई के चयन होने वालों श्रमिकों को साफ-सफाई के लिए पर्याप्त समाग्री विभाग द्वारा उपब्ध करायी जाएगी। इन सामग्रियों में झाडू, पोछा, वाइपर, बाल्टी, डस्टर, एक प्रतिशत सोडियम हाईपोल्कोक्लोराइड, ब्लीचिंग पाउडर, फिनाइल लिक्विड, फिनाइल गोली, हारपिक आदि शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में लोगों को भी व्यक्तिगत एवं अपने आसपास साफ-सफाई रखने की लिए अपील की गई है। अपील कर जानकारी दी जा रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई महत्वपूर्ण है और दूसरे संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी यह जरूरी है।
नियमित रूप से सेनिटाइजेशन पर भी है जोर
निर्देश के मुताबिक साफ-सफाई के साथ नियमित तौर पर आइसोलेशन सेंटर के सेनिटाइजेशन को भी ध्यान में रखा जाना है। यहां रह रहे लोगों से जहां-तहां नहीं थूकने को लेकर जानकारी दी जानी है। आइसोलेशन सेंटर से बाहर सार्वजनिक स्थलों पर लोगों से जहां-तहां नहीं थूकने को लेकर जागरूक करने के साथ साथ गुटखा, पान, खैनी आदि खाकर थूकने पर लगने वाले दंड के प्रावधान के बारे में भी बताया गया है