पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया है कि “अम्फन” चक्रवात और कोरोना वायरस की वजह से उपजे आर्थिक संकट से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने मजबूत नीति अपनाकर उसे लागू किया, जिसका लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को एक ट्वीट कर दावा किया कि राज्य सरकार की आर्थिक रणनीति की वजह से ही वर्तमान में प्रदेश में बेरोजगारी दर देश के औसत से कहीं कम है। उन्होंने कहा कि “हमने कोविड-19 की तबाही से निपटने के लिए एक मजबूत आर्थिक रणनीति बनाकर लागू की है। इसके सबूत जून 2020 के महीने में पश्चिम बंगाल की बेरोजगारी दर में निहित हैं। इस दौरान राज्य में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी रही, जबकि पूरे देश का बेरोजगारी दर 11 फीसदी रहा। उत्तर प्रदेश में 9.6 फीसदी और हरियाणा में 33.6 फीसदी रही है। ये आंकड़े सीएमआईई द्वारा जारी किए गए हैं।”
उल्लेखनीय है कि चक्रवात का संकट शुरू होने के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक आर्थिक टास्क फोर्स का गठन किया था, जिसमें नोबेल विजेता अभिजीत विनायक बनर्जी को रखा गया था। इस टीम का मुख्य काम था महामारी की वजह से उपजे आर्थिक संकट से निपटने के लिए रणनीति बनाकर सरकार को सुझाव देना। उसी के मुताबिक बंगाल सरकार ने कई कदम उठाए, जिसके आधार पर राज्य में बेरोजगारी दर कम होने के दावे किए जा रहे हैं।