Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 16
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»मोदी का देश को बड़ा सरप्राइज, दुश्मनों को सख्त चेतावनी
    Jharkhand Top News

    मोदी का देश को बड़ा सरप्राइज, दुश्मनों को सख्त चेतावनी

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJuly 4, 2020Updated:July 4, 2020No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    आज भारत के लिए और इसके 130 करोड़ लोगों के लिए गौरव का दिन है। पिछले 18 दिन से अपने 20 जांबाजों की शहादत से गुस्से में उबल रहे देश की छाती को आज तीन जुलाई को उस समय बड़ा सरप्राइज मिला, जब प्रधानमंत्री खुद सीमा की रक्षा में जुटे मां भारती के सपूतों से मिलने लेह पहुंच गये। प्रधानमंत्री ने देश को जहां बड़ा सरप्राइज दिया है, वहीं दुश्मनों को साफ चेतावनी दे दी है कि यह नया भारत है, जो किसी की हेकड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगा। गीदड़भभकियों का जमाना अब लद गया। अब भारत अपनी तरफ आंख उठानेवालों को उसी तेवर और उसी अंदाज में मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। प्रधानमंत्री ने यह यात्रा क्यों की और इससे क्या हासिल होगा, अब ये सवाल गौण हो चुके हैं। आज पूरा देश एक नये उत्साह से भरा हुआ है और प्रधानमंत्री की इस एक यात्रा ने दुनिया के सीने पर भारत के तिरंगे को शान से लहरा दिया है। प्रधानमंत्री की यात्रा सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत के लिए बड़ी मनोवैज्ञानिक और कूटनीतिक जीत मानी जा रही है, जिसका उदाहर चीन की बौखलाहट भरी बौखलाहट भरी प्रतिक्रिया से सामने आयी है। हाल के दिनों में प्रधानमंत्री ने सीमा पर तनाव के दौरान जिस आत्मविश्वास और भारत के मजबूत मनोबल का परिचय दिया है, उसकी कड़ी में उनकी यह यात्रा एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगी। प्रधानमंत्री की लेह यात्रा और इसके पीछे छिपे संकेतों का आकलन करती आजाद सिपाही की विशेष पेशकश।

    तीन जुलाई को जब 130 करोड़ लोगों का भारत मानसून की रिमझिम बारिश और उमस भरी सुबह के साथ जगा, तो उसकी आंखें उनींदी नहीं थीं, बल्कि उनमें एक सुकून था, गर्व का भाव था, क्योंकि देश का प्रधानमंत्री देश की सरहदों की हिफाजत में जुटे मां भारती के जांबाज सपूतों के बीच पहुंच चुका था। देश की उत्तरी सीमा पर समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर लेह के नीमू में सुबह की चाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिकों के साथ पी। यह कोई साधारण दौरा नहीं था, बल्कि यह उस नये भारत के संकल्प का मुजाहिरा था, जिसने हमारे दुश्मनों की आंखों की नींद उड़ा दी।
    पिछले 18 दिन से पूरा देश गलवान घाटी में अपने 20 जांबाजों की शहादत से उबल रहा था और चीन को सबक सिखाने के लिए तैयार दिख रहा था। प्रधानमंत्री ने अचानक लेह जाकर दुनिया को दिखा दिया कि यह नया भारत है, जो किसी की हेकड़ी और तिरछी नजर को बर्दाश्त नहीं करेगा। सैनिकों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा भी कि भारत हमेशा शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का हिमायती है, लेकिन अपनी ओर नजर उठानेवालों की आंख निकालने की ताकत और हिम्मत भी रखता है। प्रधानमंत्री का अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिकों ने जिस गर्मजोशी और उत्साह से स्वागत किया, उससे साफ हो गया है कि जब तक सरहद पर हमारा एक भी जांबाज मौजूद है, हमारी तरफ उठनेवाली हर आंख को माकूल जवाब मिलेगा।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा के कई संकेत हैं। गलवान घाटी में 15-16 जून की रात हुई हिंसक झड़प के बाद से भारत ने लगातार साबित किया है कि वह किसी की हेकड़ी बर्दाश्त नहीं करेगा। चाहे सीमा पर सेना की तैनाती हो या अत्याधुनिक मिसाइल सिस्टम लगाने की बात हो, वायुसैनिक अड्डों को सक्रिय करने का सवाल हो या हथियार और गोला-बारूद खरीदना हो, सरकार ने सेना को खुली छूट दे रखी है। इतना ही नहीं, सेनाध्यक्षों का लेह-लद्दाख का दौरा भी भारत के स्टैंड को साफ करता है। इन सैन्य तैयारियों के साथ-साथ भारत ने अपने शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के रास्ते को भी नहीं छोड़ा है। भारत की यही खासियत उसे दुनिया में अनूठा स्थान दिलाती है। इसलिए प्रधानमंत्री की लेह यात्रा भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत कही जा सकती है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने अग्रिम मोर्चे पर जाकर चीन और पाकिस्तान पर बड़ा मनोवैज्ञानिक प्रहार किया है। कहा जाता है कि 21वीं सदी का युद्ध पारंपरिक हथियारों से नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक तरीके से लड़ा जाता है। इस मायने में यह यात्रा भारत की जयघोष का प्रतीक है। चीन जहां आज तक गलवान घाटी में मारे गये अपने सैनिकों की तादाद बताने की स्थिति में भी नहीं आया है, भारत ने पहले उस पर आर्थिक प्रहार कर उसे बैकफुट पर ला दिया है। इसके बाद चीन के 59 एप पर प्रतिबंध लगा कर भारत ने ऐसी डिजिटल स्ट्राइक की कि वहां खलबली मच गयी है। अब प्रधानमंत्री ने अग्रिम मोर्चे पर जाकर चीन को यह साफ संदेश दे दिया है कि वह अपनी औकात में रहे। उसने यदि भारत को छेड़ने की कोशिश की, तो उसे छोड़ा नहीं जायेगा। प्रधानमंत्री की इस यात्रा ने कूटनीतिक रूप से भारत को दुनिया का सबसे मजबूत देश साबित कर दिया है। चीन भले ही सामरिक दृष्टि से भारत के मुकाबले अच्छी स्थिति में है, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र ने साबित कर दिया है कि अपनी जमीन की सुरक्षा उसे करनी आती है और वह हर कीमत पर करेगा। अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन भले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हों, लेकिन भारत ने भी साबित कर दिखाया है कि दुनिया के छोटे मुल्कों का कितना बड़ा समर्थन उसे हासिल है। पाकिस्तान और नेपाल के कंधों की मदद लेकर चीन भले ही अपनी कुटिल नीतियों में कुछ क्षण के लिए सफल होता दिख जाये, लेकिन उसके बाद के परिणामों ने उसे हमेशा चौंकाया है। आज पूरा भारत अपने जांबाज सैनिकों के साथ खड़ा है, अपनी सरकार के साथ खड़ा है और ऐसे में प्रधानमंत्री की लेह यात्रा ने भारत की सैन्य तैयारियों में नया जोश पैदा कर दिया है, इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए।
    भारत ने दुनिया को हमेशा शांति का संदेश दिया है। हमने दुनिया को सिखाया है कि संकट से कैसे पार पाया जा सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री की यात्रा ने यह संदेश भी दिया है कि भारत एकजुटता के साथ अपने वीर सैनिकों के साथ खड़ा है और यह तैयारी चाहे युद्ध की हो या शांति की, हमेशा बनी रहती है।

    Modi's big surprise to the country strict warning to enemies
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleऔर कितने लोगों की बलि लेगा एनएचएआई
    Next Article संगठन को मजबूत करें कार्यकर्ता : विनोद पांडेय
    azad sipahi desk

      Related Posts

      पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन

      June 15, 2025

      भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री

      June 15, 2025

      पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी

      June 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version