उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अस्पतालों में सुविधाओं को बेहतर करने की मांग की है। दो पन्नों के लिखे पत्र में प्रियंका ने राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों के इजाफे और उनके इलाज को लेकर हो रही दिक्कतों की बात कही है।

मुख्यमंत्री योगी के नाम लिखे पत्र में प्रियंका गांधी ने कहा है कि राज्य में बीते दिन कोरोना के 2500 मामले सामने आए हैं। नए मरीजों की संख्या में बाढ़-सी आई है। महानगरों के अलावा गांव भी इससे अछूते नहीं हैं, ऐसे में सरकार को ‘नो टेस्ट, नो कोरोना’ की पॉलिसी को छोड़ पारदर्शी तरीका अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि बिना जांच के कोरोना के खिलाफ लड़ाई अधूरी रहेगी और हालात अधिक भयावह होते जाएंगे। अस्पतालों में भी हालात बहुत खराब हैं। खस्ताहाल व्यवस्था और सुविधाओं की कमी के चलते लोगों में इतना डर है कि वे टेस्ट कराने के लिए जाने तक से कतरा रहे हैं, यह पूरी स्थिति सरकार की असफलता को दर्शाती है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उप्र सरकार की ओर से दावा किया गया कि डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था कर ली गई है लेकिन 20 हजार मरीज आने के बाद ही अफरातफरी मच गई है। उन्होंने सवाल किया कि अगर अस्पतालों में भीड़ है तो उप्र सरकार महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह अस्थाई अस्पताल क्यों नहीं बना रही है? इतना ही नहीं प्रियंका ने होम आइसोलेशन पर भी योगी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि इसे आनन-फानन में लागू नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस महासचिव ने आगे लिखा है, ‘महोदय, स्थिति गंभीर होती जा रही है। आपसे आग्रह करती हूं कि सिर्फ प्रचार या न्यूज मैनेज करने से यह लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है।’
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