विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) ने देश में बढ़ती गौ तस्करी और गौ हत्या की घटनाओं पर चिंता जताई है। विहिप ने मांग की है कि राज्य सरकारें और स्थानीय पुलिस-प्रशासन इन घटनाओं के विरुद्ध न सिर्फ कठोर कार्रवाई करें बल्कि भविष्य में इनकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि हाल ही में ओडिशा के बालेश्वर में, गुजरात के वडोदरा, भारूच एवं वलसाड में तथा महाराष्ट्र के अमरावती सहित देश के अनेक हिस्सों में बकरीद से ठीक पूर्व बढ़ी गौ-तस्करी की घटनाएं तो वे हैं जिनमें विहिप-बजरंगदल कार्यकर्ताओं व अन्य गौ-रक्षकों की मदद से गौवंश को बचाकर प्रकाश में लाया गया, किन्तु इनके अतिरिक्त भी देश के अनेक भागों से गौ तस्करी की सूचनाएं आए दिन प्राप्त होती रहती हैं।
परांडे ने कहा कुछ राज्यों में गौहत्या रोधी कानून लचर हो सकता है, लेेेकिन अधिकांश में कठोर कानून के बावजूद पुलिस-प्रशासन के लचर रवैए, लापरवाही या मिलीभगत से गौ हत्यारे और गौ तस्कर सक्रिय हैं। इन क्षेत्रों में गौ रक्षकों को मजबूरी में अपने प्राण संकट में डालकर सड़कों पर उतरना पड़ता है, जो बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अनेक बार मुस्लिम उलेमाओं के गौकसी विरोधी बयानों के बावजूद बकरीद से पूर्व इस प्रकार की घटनाओं में विगत कुछ वर्षों में वृद्धि ही देखने में आई है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के विद्वानों, नेताओं व वरिष्ठ लोगों को भी अपने समाज के प्रबोधन के लिए गंभीरता से कदम उठाने चाहिए। हिन्दू समाज गौ रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी कीमत पर हम गौ हत्या या गौ तस्करी नहीं होने देंगे।
विहिप महामंत्री परांडे ने मांग की है कि सभी राज्य सरकारें, पुलिस-प्रशासन गौ हत्यारों और गौ तस्करों के विरुद्ध कठोरता से स्वत: कार्रवाई करें जिससे गौ रक्षकों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर न होना पड़े। कुछ राज्यों में बकरीद के अवसर पर वाहनों में जानवरों को लाने-लेजाने की अधिकतम संख्या में जो ढील दी जाती है उसे प्रतिबंधित किया जाए।
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