रांची। सरेंडर कर चुके कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन की जमानत याचिका पर एनआइ की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान ठकअ की ओर से उपस्थित अधिवक्ता ने अदालत से जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा. समय मांगे जाने के आग्रह को अदालत ने स्वीकार करते हुए जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 16 जुलाई की तिथि निर्धारित की है। अब कुंदन पाहन की जमानत याचिका पर एनआइए की स्पेशल कोर्ट में 16 जुलाई को सुनवाई होगी।
आत्मसमर्पण के 4 साल बीत चुके हैं
बता दें कि आत्मसमर्पण के 4 साल बीतने के बाद सरेंडर कर चुके नक्सली कुंदन पाहन ने कोर्ट से जमानत की गुहार लगायी है। कुंदन पाहन ने एनआइए कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दाखिल की है। बता दें कि पूर्व मंत्री और तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या समेत कई चर्चित घटनाओं को अंजाम देने के आरोपी कुंदन पाहन फिलहाल ओपन जेल में है, लेकिन अब ओपन जेल की चाहरदीवारी में रहते हुए बाहर आने की कोशिश में है। कुंदन पाहन अपने गांव लौटकर परिवार के साथ समय बिताना चाहता है, इसलिए जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। कुंदन पाहन के अधिवक्ता ईश्वर दयाल किशोर के मुताबिक, कुंदन पाहन ने अपनी कस्टडी की अवधि को जमानत का आधार बनाकर न्यायालय से उसे बेल देने की गुहार लगाई है।
2017 में कुंदन के किया था सरेंडर
बता दें कि कुंदन पाहन ने राज्य सरकार की सरेंडर नीति के तहत वर्ष 2017 में आत्मसमर्पण किया था। उसके बाद जेल में रहकर कुंदन ने विगत विधानसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमायी. लेकिन उसे जनता का समर्थन नहीं मिला। 5 करोड़ नकद समेत 1 किलो सोने की लूट, स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार और पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या के अलावा कुंदन पाहन के ऊपर कई दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। कुंदन पर झारखंड पुलिस ने 15 लाख रुपये का इनाम रखा था।