ओके
रांची। सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो सिल्ली की संध्या को खुद लेकर बेंगलुरु से रांची पहुंचे। पिछले तीन साल में चार बार संध्या को बेचा जा चुका है। सोनाहातू की संध्या को कभी नोएडा, तो कभी गाजिÞयाबाद, कभी फरिदाबाद तो कभी बेंगलुरु में बेचा गया। बेंगलुरू से ही संध्या ने फोन पर सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो से अपनी पीड़ा बतायी, उसके बाद उन्होंने बच्ची को रेस्क्यू कर सेवा विमान से बेंगलुरु से रांची लाये।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक संध्या ने पूर्व विधायक अमित महतो का नंबर जुगाड़ कर बचाने की गुहार लगायी। अमित आनन-फानन में सेवा विमान से बेंगलुरु पहुंच गये। वहां पता चला कि बहला-फुसला कर उस बच्ची को कई बार बेचा जा चुका है। बच्ची से घर का काम करवाया जाता था। उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। आरोप तो यहां तक है कि उसे जबरदस्ती नशा का सेवन करवाया जाता था। प्रताड़ित बच्ची ने कई पर भागने का प्रयास भी किया, लेकिन असफल रही।
अमित महतो ने बताया कि चार वर्ष पहले उसकी ममेरी बहन रीना केरकेट्टा और उसके पति ने उज्ज्वल भविष्य का सपना दिखा कर गुमराह कर उसे दिल्ली बुला लिया। कुछ दिनों तक संध्या पर लाड़ प्यार बरसाया गया और अच्छे दीदी और जीजा बनने का ढोंग रीना और उसके पति द्वारा रचा गया। जब संध्या पूरी तरह अपने दीदी-जीजा पर विश्वास करने लगी, तब उन्होंने संध्या को गैर के हाथों बेच दिया। फिर उसके साथ शुरू हुआ जुल्म का सिलसिला।

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