अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के लिए बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना को 750 किग्रा कियू प्रजाति का अनानास भेजा है। त्रिपुरा में सरकार बदलने के बाद से पिछले चार साल में यह दूसरी बार अनानास बांग्लादेश भेजा गया है। हालांकि, इस बार सबसे ज्यादा फल भेजे गए हैं।

अगरतला इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर गुरुवार को त्रिपुरा के बागवानी विभाग द्वारा बांग्लादेश के प्रतिनिधि को अनानास सौंपे गए है। अनानास की कियू प्रजाति की त्रिपुरा में काफी मांग है। फल की इस प्रजाति ने घरेलू बाजार में भी प्रसिद्धि हासिल की है। अतीत में, बड़ी मात्रा में अनानास त्रिपुरा से बांग्लादेश को निर्यात किया जाता था। लेकिन, 2018 से उस देश में भी अनानास की खेती में पहल के कारण कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं।

त्रिपुरा बागवानी विभाग के सह निदेशक डॉ. दीपक वैद्य ने कहा, आज हमने 100 पेटी में 750 किग्रा अनानास बांग्लादेश भेजा है। उन्होंने दावा किया कि अनानास की उच्चतम गुणवत्ता वाली कियू प्रजाति को बांग्लादेश भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अनानास भेजकर बधाई देना चाहते हैं।

उनके अनुसार कियू प्रजाति का अनानास वजन में कुईन अनानास के मुकाबले काफी भारी होता है। हालांकि, अनानास की दो प्रजातियां स्वाद और गुणवत्ता में लगभग समान हैं। उन्होंने बताया कि अनानास को त्रिपुरा से दुबई और कतर भेजा गया है। जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है। घरेलू बाजार में भी त्रिपुरा के अनानास की भारी मांग है।

उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा सरकार द्वारा अनानास का प्रचार शुरू करने से इस फल की मांग काफी बढ़ गई है। उसमें अनानास के किसानों को काफी फायदा हो रहा है। क्योंकि, उन्हें उत्पादित फलों का अधिक मूल्य मिल रहा है। उन्होंने कहा, त्रिपुरा सरकार के व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अनानास को बांग्लादेश भेजने की कोई योजना अभी नहीं है।

उनके अनुसार 2018 से पहले अनानास का निर्यात त्रिपुरा से बांग्लादेश को किया जा चुका है। हालांकि, 2019 से कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। क्योंकि, बांग्लादेश अब स्वयं अनानास का उत्पादन कर रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में त्रिपुरा से बांग्लादेश फिर से अनानास के निर्यात की व्यवस्था की जाएगी।

इस अवसर पर बांग्लादेश उच्चायोग, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के अधिकारी और त्रिपुरा के बागवानी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। संयोग से 20 जून को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा को 800 किग्रा आम्रपाली आम तोहफे के तौर पर भेजा था। दोनों देशों के बीच उपहारों का ऐसा आदान-प्रदान निश्चित रूप से भाईचारे के रिश्ते को और मधुर बनाएगा।

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