वाशिंगटन। अमेरिकी सुरक्षा परिषद के सदस्य कर्ट कैंपवेल ने कहा है कि हाल ही में सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में खालिस्तान समर्थकों का हमला बेहद अफसोसजनक घटना है। अमेरिका भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। कैंपवेल अमेरिकी सुरक्षा परिषद के इंडो-पैसिफिक मामलों के समन्वयक भी हैं।

उन्होंने कहा-‘ हम भारतीय अधिकारियों, स्थानीय कानून प्रवर्तन के साथ निकट संपर्क में हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं कि भारतीय राजनयिक समुदाय यहां सुरक्षित महसूस करें और अपना काम जारी रखें।’ उल्लेखनीय है कि खालिस्तान समर्थकों ने दो जुलाई को एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया था। इसमें सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में कुछ लोग आग लगाते दिखाई पड़ रहे हैं। यह कुछ महीनों के भीतर सैन फ्रांसिस्को में राजनयिक मिशन पर हमले की ऐसी दूसरी घटना है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद अमेरिकी सरकार ने कड़ी निंदा करते हुए इसे एक ‘आपराधिक कृत्य’ बताया था। वीडियो में ‘हिंसा का जवाब हिंसा ही होता है’, जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इसमें कनाडा में स्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की मौत से जुड़ी खबरें भी दिखाई गईं। उल्लेखनीय है कि भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक रहे निज्जर की पिछले महीने कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ और आगजनी के प्रयास का वीडियो सामने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ट्वीट किया था- अमेरिका में राजनयिक केंद्रों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा एक अपराध है।

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