Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, December 22
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»सजावटी फूलों की खेती से खूंटी की आरती देवी ने बनाई अलग पहचान
    Top Story

    सजावटी फूलों की खेती से खूंटी की आरती देवी ने बनाई अलग पहचान

    adminBy adminJuly 22, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    खूंटी। कहा जाता है कि मन में कुछ करने की तमन्ना हो और लगन के साथ मेहनत की जाए, तो कोई ऐसा काम नहीं है, जिसे पूरा नहीं किया जा सके। फिर बात महिला की हो या पुरुषों की, सफलता निश्चित मिलती है और इसे सिद्ध कर रही हैं खूंटी जिले के कर्रा परखंड की लोधमा पंचायत के लोहागड़ा गांव की रहने वाली आरती देवी।

    कुछ वर्ष पहले तक एक-एक पैसे के लिए मोहताज रहनेवाल आरती देवी ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर पूरे क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। आज कर्रा प्रखंड ही नहीं, जिले के अन्य क्षेत्र में आरती देवी की पहचान फूलों वाली दीदी के रूप में बन गई है। आरती देवी बताती है कि वह अधिक पढ़ी लिखी नहीं हैं। न ससुरात की अर्थिक स्थिति ठीक थी और मायका की। जब लोधमा के लोहागड़ा जैसे पिछड़े गांव में उनकी शादी हुई, तो वह अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित थी। पति की भी कोई बहुत अच्छी कमाई नहीं थी।

    खैर किसी प्रकार दिन कटता रहा और आरती दिन भर कुछ अच्छा काम करने का तानाबाना बुनती रहती थी। उसी दौरान वह लक्ष्मी महिला मंडल के संपर्क में आई। वहां उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला विकास की योजनाओं की जानकारी मिली। महिला मंडल से जुड़ने के पहले आरती अपने परिवार के साथ खेतों में काम करती थी। इसलिए खेती के संबंध में उन्हें हल्की-फूल्की जानकारी थी, लेकिन धान, मड़ुवा,उड़द जैसी परंपरागत खेती ही परिवार वाले करते थे। इससे कोई विशेष आमदनी नहीं होती थी। बाद में महिला मंडल के माध्यम से उन्होंने वैज्ञानिक तरीके से खेती की जानकारी मिली और उन्होंने इसका प्रशिक्षण भी लिया। आरती कें लगन और मेहनत को देखकर उनका चयन आजीविका कृषि सखी के रूप में हुआ।

    आरती बताती हैं कि आजीविका कृषि सखी के रूप में चयन ही उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट था। वहीं से उनके जीवन में परिर्वतन आने लगा। आरती देवी बताती हैं कि उन्हें उद्यान विभाग से अभिषरण के माध्यम से झारखंड राज्य आजीविका संवर्द्धन सोसायटी(जेएसएलपीएस) द्वारा ग्रीन हाउस उपलब्ध कराया गया।

    इसके साथ ही आरीत को जरबेरा फूलों की नर्सरी भी मिली, जिसे दीदी ने अपनी मेहनत से उपजाया है और आज उनके ग्रीन हाउस में चार रंगों के फूल लोगों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं। उनकी नर्सरी के पीले, सफेद, गुलाबी और लाल रंग के फूल ग्रामीणों तथा व्यापारियों को खूब पसंद आ रहे हैं। आत्मसम्मान की मुस्कान लिए आरती बताती हैं कि एक फूल को वह आठ से दस रुपये में बेचती है। उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने में उन्होंने 15 हजार से अधिक फूलों की बिक्री की है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास हैं कि आनेवाले दिनों में वह 70 से 80 हजार रुपये के फुलों की बिक्री करेंगी।

    उनके फूलो की मांग डेकोरेशन, शादी, पार्टी और बुके आदि के लिए होती है। उन्होंने बताया कि उनके फूलों के ग्राहक स्थानीय ग्रामीण ही नहीं, बल्कि खूंटी, रांची, बेड़ो, सिसई सहित अन्य जगहों के व्यापारी भी उनकी नर्सरी से फूलों की खरीदारी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता को देखकर न उनके गांव लोहााड़ा, बल्कि अन्या गांव के पुरुष और महिला किसान भी फूलों की खेती करने के लिए प्रेरित हुई हैं। आरती कहती हैं कि आप में मेहनत करने का जज्बा हो और थोड़ी बहुत जानकारी है, तो आप बागवानी से अच्छी आमदनी प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकती हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकुख्यात बदमाश बबलू राय रातू से गिरफ्तार
    Next Article यवतमाल में भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात, वायु सेना से मांगी मदद
    admin

      Related Posts

      उद्योग विभाग में महज 1324 रजिस्ट्रेशन पर झारखंड हाईकोर्ट सख्त, EPF को लेकर सरकार को चेतावनी

      December 21, 2025

      गिरिडीह सड़क हादसा: बाइक सवार और पैदल यात्री की दर्दनाक मौत

      December 21, 2025

      ब्राउन शुगर के साथ दो गिरफ्तार

      December 21, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • उद्योग विभाग में महज 1324 रजिस्ट्रेशन पर झारखंड हाईकोर्ट सख्त, EPF को लेकर सरकार को चेतावनी
      • रेलवे किराए में बढ़ोतरी की कांग्रेस ने की निंदा
      • इस्लामी आतंकवाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा : तुलसी गबार्ड
      • प्रधानमंत्री सुशीला कार्की की सलाह- सरकारी कर्मचारियों हफ्ते में एक दिन पहननी चाहिए पारंपरिक वेशभूषा
      • काठमांडू में विश्व ध्यान दिवस मनाया गया
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version