किशनगंज। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को किशनगंज पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि शेरशाहबादी समुदाय के लोग आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करते हैं। मांझी बिहार विधानसभा अनुसूचित जाति/जनजाति संबंधित समिति के सदस्य के तौर पर किशनगंज का पहला दौरा कर रहे हैं।

मांझी ने कहा कि शेरशाहबादी समुदाय के लोग यहां पर बाहर से आए हुए हैं और जिस जमीन पर शिड्यूल कास्ट का कब्जा होना चाहिए, उस पर वे लोग कब्जा बना कर रखे हुए हैं, खासकर बॉर्डरिंग इलाके में। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य दो भागों में बंटकर पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं। समिति का एक भाग पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, वैशाली और गोपालगंज के दौरे पर हैं। समिति का दूसरा भाग पूर्णिया, खगड़िया, कटिहार, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, मधेपूरा और अररिया जिले के दौरे पर हैं।

जीतनराम मांझी के साथ समिति के दूसरे सदस्य भी मौजूद थे। समिति ने किशनगंज के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और विभिन्न विभाग के पदाधिकारियों से मुलाकात कर राज्य में एससी एसटी समुदाय के लिए चल रही योजनाओं से संबंधित जानकारी ली। साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत चल रहे मामलों को लेकर भी अधिकारियों से बातचीत की। इस अधिनियम के तहत तय समय सीमा के अंदर चार्जशीट फाइल नहीं करने को लेकर समिति ने नाराजगी जाहिर की। मांझी ने इस अधिनियम के तहत चल रहे मामलों में दोष सिद्धि दर के कम होने पर सवाल भी उठाए। दोष सिद्धि दर को बढ़ाने के लिए समिति ने सुझाव भी दिए।

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