-कांग्रेस के विधायक सत्र के पहले दिन सदन के बाहर देंगे धरना, निंदा प्रस्ताव लाने की मांग
रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक गुरुवार को विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के आवास पर हुई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मानसून सत्र के पहले ही दिन सदन के बाहर सभी कांग्रेस विधायक धरने पर बैठेंगे। इसके जरिए सभी मणिपुर की घटना की निंदा के साथ-साथ केंद्र और मणिपुर सरकार की चुप्पी का विरोध करेंगे। पार्टी की महिला विधायक दीपिका पांडेय सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की और अंबा प्रसाद ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान गंभीरता से मणिपुर की स्थिति और वहां कुकी समुदाय की आदिवासी महिलाओं के साथ घटी घटना पर निंदा प्रस्ताव लाया जाये।
विधेयक को फिर से राजभवन भेजने पर बनी सहमति
कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद विधायक दल के नेता और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि बैठक में शामिल सभी कांग्रेस विधायकों ने पिछले दिनों राजभवन से वापस कर दिये गये मॉब लिंचिंग विधेयक, ओबीसी आरक्षण विधेयक और 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति विधेयक को फिर से सदन से पारित करा कर राजभवन भेजने पर सहमति जतायी है।
अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में जरूर उठायें
आलमगीर आलम ने कहा कि बैठक में सभी विधायकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे पूरी प्रमुखता से अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में जरूर उठायें। सरकार की फ्लैगशिप जन कल्याणकारी योजनाओं को भी सदन में चर्चा का हिस्सा बनाने का आह्वान किया है।
दो निलंबित विधायक भी बैठक में हुए शामिल
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी से निलंबित दो विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी और नमन विक्सल कोंगाड़ी भी शामिल हुए। राज्य से बाहर रहने की वजह से निलंबित विधायक राजेश कच्छप बैठक में शामिल नहीं हो पाये।