रांची। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बजट में एक बार फिर मिडिल क्लास परिवार को टैक्स के बोझ से दबा दिया है। चुनाव जीत के बाद लगा था टैक्स में राहत मिलेगी, लेकिन यह उल्टा हो गया और मध्यम वर्ग के ऊपर लगता है चुनावी खर्च थोप दिया है। युवाओं को नौकरी के बदले इंटर्नशिप का झुनझुना थमा दिया गया।
किसानों और महिलाओं की फिर से उपेक्षा की गयी। कामगार और मजदूरों को ठगा गया है। बजट को कांग्रेस के न्याय पत्र से चुराया गया है। झारखंड में केंद्रीय मंत्री चुनावी प्रभारी बने हैं, लेकिन झारखंड की जनता को कुछ नहीं दिला सके। आश्चर्य है कि बजट में स्वास्थ्य सेवा का जिक्र नहीं है। कुल मिलाकर यह बजट आइवाश है। बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए विकास फंड देना और झारखंड को उपेक्षित करना आदिवासी विरोधी मानसिकता का परिचायक है।