नयी दिल्ली: भारत के शीर्ष युगल पुरूष टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने एक बार फिर प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार अर्जुन अवार्ड के लिये नामित नहीं किये जाने पर अखिल भारतीय टेनिस संघ(आईटा) पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। 36 वर्षीय बोपन्ना ने इस वर्ष कनाडा की अपनी जोड़ीदार गैबरिएला डाबरोवस्की के साथ फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीता था जो उनके करियर का पहला ग्रैंड स्लेम भी है। हालांकि टेनिस संघ ने साकेत मिनैनी को अर्जुन अवार्ड के लिये नामित किया जिन्होंने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में दो पदक जीते थे। इससे पहले भी कई बार बोपन्ना का नाम अर्जुन अवार्ड के लिये नामित किया जा चुका है लेकिन देश के लिये पदक नहीं जीतने के कारण वह इस पुरस्कार के मापदंडों पर खरे नहीं उतरे जिससे उनकी अपील को खारिज कर दिया गया। हालांकि अनुभवी टेनिस खिलाड़ी ने इसके लिये आईटा के रवैये को जिम्मेदार ठहराते हुये सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। बोपन्ना ने ट्वटर पर अपने विस्तृत बयान में लिखाÞ अर्जुन अवार्ड काफी प्रतिष्ठित खेल अवार्ड है और यह केवल अवार्ड ही नहीं बल्कि आपके परिश्रम की मान्यता भी है। मैं साकेत मिनैनी को इसके लिये बधाई देना चाहता हूं क्योंकि पिछले काफी समय से मैंने उन्हें खेल में आगे बढ़ते और विकसित होते देखा है। बोपन्ना ने हालांकि अपने गुस्से को भी यहां खुलकर जाहिर किया।

टेनिस खिलाड़ी ने लिखाÞहम पेशेवर टेनिस खिलाड़ी देश के लिये खिताब जीतते हैं और उसे गौरवान्वित करते हैं जिसपर कोई सवाल नहीं उठा सकता है। लेकिन इस मामले में (टेनिस संघ) हमारी प्रणाली न सिर्फ अपमानजनक है बल्कि हकदार व्यक्तियों को पहचान मिलने की उम्मीदों को भी समाप्त कर देती है। उन्होंने कहाÞमैं यहां कहना चाहता हूं कि आईटा में पेशेवर और योग्यता की कमी है जिन्होंने समयसीमा समाप्त होने से पूर्व मेरा नाम एक बार फिर अर्जुन अवार्ड के लिये नामित नहीं किया। मैं पिछले एक दशक से इस तरह के बहानों का साक्षी रहा हूं।

वह भी तब जबकि मैं इस सम्मान का हकदार हूं और मेरे रिकार्ड भी इसकी तस्दीक करते हैं। हालांकि आईटा अधिकारियों ने इन आरोपों से इंकार किया है। समिति को नाम भेजने की अंतिम समयसीमा 28 अप्रैल को थी। आईटा की दलील है कि बोपन्ना ने कभी भी एशियाई खेलों में देश के लिये पदक नहीं जीते हैं और वह इस सम्मान को पाने के मापदंडों में शामिल नहीं होते हैं।

बोपन्ना ने कहाÞ आईटा ने मीडिया में इस बात के लिये काफी सुर्खिंयां बटोरीं थी कि वह मेरा नाम अर्जुन अवार्ड के लिये नामित कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ और टेनिस संघ का यह रवैया तब है जब इस अवार्ड के लिये वह एक से अधिक का नाम भेज सकता था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version