मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास शनिवार शाम में बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसमे अबतक 23 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अन्य करीब 100 लोगों के आसपास घायल बताए जा रहे हैं। पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि वो पिछले डिब्बे में थे, इस लिए सुरक्षित हैं, नहीं तो ट्रेन की आगे की 14 बोगियां दुर्घटना का शिकार शिकार हुई है।
यात्रियों के अनुसार तेज रफ्तार ट्रेन एका एक पटरी से उतर गई, मामले की शुरुआती जांच में हादसे की वजह लापरवाही देखी रही है, लेकिन सरकार इसे आतंकी एंगल से भी जांच कर रही है। क्योंकि घटना के तुरंत बाद यूपी सरकार पर घटनास्थल पर एंटी टेरर स्कवॉड को रवाना किया था। हालांकि हादसे की वजह जांच रिपोर्ट के आने के बाद ही साफ हो पाएगा। घटना के बाद स्थानिय लोगों ने राहत और बचाव कार्य में काफी मदद किया।
यह दुर्घटना कितना खतरनाक रहा होगा इसका अंदाजा इन तस्वीरों को देख कर लगा सकते है, जिसमें दुर्घटनाग्रस ट्रेन की बोगियां रेलवे लाइन से सटे घरों में घुस गई है। तो वहीं ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे पर चढ़े दिख रहे हैं। यह भीषण हादसा शनिवार शाम लगभग 5.45 बजे मेरठ-सहारनपुर रेलखंड पर हुआ। बताया जा रहा है कि बोगियों को काटकर शवों को निकाला जा रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि गाड़ी के 14 डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए।
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस हादसे में मरने वालों के परिजन को 3.5-3.5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल यात्रियों के परिजन को 50-50 हजार रुपये और मामूली घायलों को 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि दुर्घटना में 23 लोगों की मौत हुई है और 40 लोग घायल हुए हैं। जबकि इससे पहले जारी किए गए एक विज्ञप्ति में घायलों की संख्या 400 बताई गई थी।