रांची। अब झारखंड में कोई भी गरीब बिना दवा और इलाज के नहीं मरेगा। भले ही वह व्यक्ति या उसका परिवार तंगहाली में जी रहा हो, लेकिन बीमारी के दौरान उसका भी इलाज बड़े से बड़ा अस्पताल में हो सकेगा। अब तक बड़ा या प्राइवेट अस्पताल का नाम जेहन में आते ही सामान्य वर्ग के लोग भी पॉकेट खंगालने लगते हैं, लेकिन अब झारखंड के गरीबों को इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार पांच लाख रुपये तक का इलाज बड़े से बड़ा अस्पताल में फ्री में करायेगी। आयुष्मान भारत नामक इस योजना पर झारखंड कैबिनेट की विशेष बैठक में शुक्रवार को मुहर लगायी गयी। कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री सीपी सिंह और रामचंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान योजना के साथ समाहित कर संचालन करने की मंजूरी मंत्रिपरिषद ने दे दी है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान के साथ समाहित कर योजना को हाइब्रिड मॉडल पर चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत एक लाख तक की स्वास्थ्य बीमा का लाभ सरकारी स्वास्थ्य बीमा प्रदाता के माध्यम से किया जायेगा। साथ ही एक लाख से पांच लाख तक की स्वास्थ्य बीमा का लाभ इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी के माध्यम से ट्रस्ट मोड में क्रियान्वित किया जायेगा। कहा कि राज्य के 59 लाख परिवार इस दायरे में आयेंगे। 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर इसकी लांचिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके तहत 1350 तरह के रोगों का इलाज किया जा सकेगा। साथ ही झारखंड में पायलट परियोजना के तहत रिम्स से सोमवार से इस योजना की शुरुआत होगी। पहले सीएम स्वास्थ्य योजना के तहत 600 करोड़ राज्यमद से खर्च हो रहा था। अब इस योजना में राज्य मद से 400 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।

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