रांची: खेल विभाग ने वर्ष 2011 में रांची, धनबाद व जमशेदपुर में हुए 34वें राष्ट्रीय खेल से जुड़े मामलाें की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा की है. खेल मंत्री अमर बाउरी ने सीबीआइ जांच की अनुशंसा मुख्यमंत्री की सहमति के लिए भेज दी है. पूर्व भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी लेखराज अय्यर ने ऑडियो क्लिपिंग्स का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिख कर पूरे प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराने का आग्रह किया था. पत्र में कहा गया था कि राष्ट्रीय खेल घोटालों की जांच कर रहे एसीबी के जांच अधिकारियों तक आरोपियों की पहुंच है. जांच अधिकारियों तक हवाला द्वारा पैसे पहुंचाने का भी आरोप लगाया गया था. इससे संबंधित फोन रिकार्डिंग की सीडी भी प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गयी थी. केंद्रीय खेल मंत्रालय ने राज्य सरकार को शिकायती पत्र भेजते हुए उचित कार्यवाही का निर्देश दिया था. अब शिकायती पत्र पर कार्यवाही करते हुए विभागीय मंत्री ने सीबीआइ जांच की अनुशंसा की है.
सीएम को भेजा पत्र
सीबीआइ जांच हुई, ताे फंसेंगे कई नेता-अफसर: राष्ट्रीय खेल गड़बड़ी की सीबीआइ जांच हुई, ताे कई राजनेता-सरकारी अधिकारी इसके घेरे में आ सकते हैं. राज्य सरकार के ये अधिकारी आैर राजनेता आयाेजन समिति में महत्वपूर्ण भूमिका में थे. खरीदारी से लेकर आयाेजन तक में इनकी अहम भूमिका थी. पर एसीबी ने अपनी जांच सिर्फ चार लाेगाें तक ही केंद्रित रखी, जिसमें से तीन के खिलाफ आराेप पत्र दाखिल हाे गया है.
एसीबी कर रही है जांच
राज्य सरकार घोटाले की जांच एसीबी से करा रही है. मामले के चार नामजद आरोपियों में से तीन आइएफएस अधिकारी पीसी मिश्रा, आयोजन समिति के सचिव एसएम हाशमी व कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है. झारखंड आेलंपिक एसोसिएशन के तत्कालीन अध्यक्ष आरके आनंद के खिलाफ अभी जांच जारी है.