पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा लगाए गए संपूर्ण लॉकडाउन का असर शनिवार को कोलकाता की सड़कों पर देखने को मिला है। राजधानी कोलकाता समेत राज्य के हर छोटे-बड़े शहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इसकी वजह है कि पूरे राज्य में प्रशासन ने लॉकडाउन को लागू करने के लिए सख्ती बरतने का निर्देश दिया है। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कुछ खास दिनों पर प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया है। सरकार के लॉकडाउन रखने की योजना के तहत यहां सभी दुकानें बंद हैं और परिवहन के सभी साधन भी सड़कों से नदारद दिखे। 5 अगस्त को भी इसी तरह से प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है।

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महानगर में लॉकडाउन की पाबंदियां सुनिश्चित करने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के बीच दो सप्ताह के लॉकडाउन को लागू करने का कदम उठाया गया है। पुलिस के विशेष दल शहर के विभिन्न हिस्सों में, खासकर कन्टेन्मेंट जोन में गश्त लगा रहे हैं। लोगों को घरों और उनके इलाके से निकलने से रोकने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में अवरोधक भी लगाए गए हैं। आपातकालीन सेवाओं के अलावा सरकारी और निजी, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, सार्वजनिक और निजी परिवहन, अन्य गतिविधियां बंद हैं। महानगर में लॉक डाउन का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी संभागों में ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं ताकि सड़कों पर मौजूदा स्थिति के बारे में निगरानी रखी जा सके। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के कैमरों का इस्तेमाल भी लाल बाजार स्थित पुलिस मुख्यालय से की जा रही है। निगरानी कक्ष में बैठे पुलिस के अधिकारी महानगर के चप्पे-चप्पे पर हालात पर नजर रख रहे हैं।
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