प्रदेश में कोरोना के तेजी से प्रसार के बीच योगी सरकार ने संक्रमण की जांंच के मामले में एक और उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश अब कुल 40 लाख कोरोना नमूनों की जांच करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। 
 
पिछले कुछ समय से प्रतिदिन होने वाली जांच के मामले में उप्र लगातार अव्वल चल रहा है। इसके बाद राज्य बीती 14 अगस्त को कुल कोरोना नमूनों की जांच के मामले में तमिलनाडु को पीछे छोड़कर देश में पहले पायदान पर आया और अब 40 लाख की जांच का आंकड़ा भी सबसे पहले पार कर लिया है।
 
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में मंगलवार को विभिन्न प्रयोगशालाओं में कुल 1,07,768 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही राज्य में कुल कोरोना नमूनों की जांच का आंकड़ा 40,75,174 पहुंच गया है। वहीं राज्य में अब तक एक लाख से अधिक कोरोना मरीज इलाज के बाद स्वस्थ भी हो चुके हैं। 
    
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की टेस्टिंग में वृद्धि की कार्यवाही को निरन्तर जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 75 से 80 हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा 40 से 45 हजार आरटीपीसीआर विधि से टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं।
 
प्रदेश में 120 सरकारी लैब एवं 39 निजी लैब द्वारा कोविड संक्रमण की जांच की जा रही है जिनमें से कुल 33 सरकारी लैब में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा स्थापित की गई है। प्रदेश के जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में 115 ट्रूनेट मशीन स्थापित कर त्वरित जांच की सुविधा दी जा रही है। इस महीने के अन्त तक 17 अतिरिक्त लैबों में आरटीपीसीआर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 
 
अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के मुताबिक स्वास्थ्य महकमा और चिकित्सा शिक्षा विभाग आरटीपीसीआर लैब निरंतर विस्तारित कर रहे हैं। गाजियाबाद की प्रयोगशाला भी अब प्रारंभ हो गई है। आईसीएमआर से स्वास्थ्य विभाग के जिला चिकित्सालयों में बलिया, प्रतापगढ़ और आजमगढ़ के लिए और भी आरटीपीसीआर की प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वहां पर शीघ्र प्रयोगशालाओं को स्थापित किया जाएगा।
 
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