नई दिल्ली। वेनेंजुएला ने कोरोना के वैक्सीन के उत्पादन में रूस, चीन और क्यूबा की मदद करने के साथ टेस्टिंग में रूस को सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है। वेनेंजुएलन प्रशासन की ओर से यह जानकारी दी गई है।
उप राष्ट्रपति डेल्सी रॉड्रीग्यूस ने शुक्रवार देर रात करोना के खिलाफ लड़ाई पर आयोजित प्रेजीडेंशियल कमीशन की बैठक के दौरान कहा कि हम वैक्सीन के उत्पादन के लिए अपनी सेवा और सुविधा के साथ सहयोग करने के लिए तैयार होने की बात रूस और चीन के साथ हुई बातचीत में पहले ही कह चुके हैं और इस मुद्दे पर क्यूबा से चर्चा की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री कार्लोस एल्वाराडो के अनुसार सार्थक कोरोना वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल पर हैं और यह चीन, अमेरिका, यूके और रूस के द्वारा विकसित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम इनमें से अधिकतर लोगों के संपर्क में हैं। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ भी वैक्सीन को बनाने के काम में सहयोग करने के लिए बात हो रही है। इस प्रोजेक्ट के तीसरे चरण में वेनेंजुएला ने प्रस्ताव दिया है। वेनेंजुएला ट्रायल के लिए 500 लोग उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि कई देशों ने संयुक्त उत्पादन का अवसर देने पर सहमति जताई है। साथ ही तकनीकों क आदान-प्रदान करने पर भी सहमत हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि अगस्त महीने की शुरुआत में रूस ने विश्व के पहले कोरोना वैक्सीन का पंजीकरण कराया था। इसका नाम स्पूतनिक वी रखा गया था। इसे गामाल्या रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने विकसित किया है।

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