प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को लाल किले की प्राचीर से दो पड़ोसी देशों से मिल रही आतंकवाद और विस्तारवाद की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश हिम्मत के साथ इनसे लड़ रहा है और इन्हें जवाब भी दे रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार पिछले कई दशकों से अनसुलझी समस्याओं को भी सुलझाने का काम कर रही है।

देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अपने दायित्व को लेकर पूरी तरह से सजग है और देश की रक्षा कर रहे प्रहरियों को भी सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा में लगी सेनाओं के हाथ मजबूत करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों और उद्यमियों को रक्षा क्षेत्र में अवसर देने के लिए देश में प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज दुनिया भारत को नई दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद। भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़ी हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है।”

इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के कड़े और प्रभावशाली प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का भारत बड़े लक्ष्य गढ़ने और उन्हें प्राप्त करने का सामर्थ्य रखता है। भारत आज उन विषयों को भी हल कर रहा है जिनको सुलझाने में सदियों का इंतजार करना पड़ा था।

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को बदलने का ऐतिहासिक फैसला, देश को टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने की नई व्यवस्था वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), देश के जवानों को वन रैंक वन पेंशन, राम जन्मभूमि केस का शांतिपूर्ण समाधान पिछले कुछ दिनों में देश ने सच होते देखा है।

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