नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गत पांच वर्षों के दौरान देशभर में 119 नए केंद्रीय विद्यालय (केवी) खोले हैं। इमसें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और झारखंड में सबसे अधिक केवी खुले हैं। देशभर में खुले इन विद्यालयों में वर्तमान में कुल 907 पद खाली हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों (2016-17 से 2020-21) के दौरान देश में 119 केंद्रीय विद्यालय खोले गए हैं।
इस सूची में 18 केवी के साथ मध्य प्रदेश पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश 13 और झारखंड 9 केवी के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। ओडिशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 8-8 केवी, हरियाणा 7, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में 6-6, अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में 4-4, असम, तमिलनाडु और उत्तराखंड मंआ 3-3, बिहार, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, केरल और महाराष्ट्र में दो-दो तथा गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और पंजाब में एक-एक केद्रीय विद्याल खोले गए हैं।
उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में हेडमास्टर 1, स्नातकोत्तर शिक्षक (पीजीटी) 17, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) 486, लाइब्रेरियन 69, प्राथमिक शिक्षक 294 और पीआरटी (संगीत) 40 सहित कुल 907 पद खाली हैं।
प्रधान ने कहा कि रिक्तियों को भरना एक सतत प्रक्रिया है और समय-समय पर संबंधित भर्ती नियमों के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जाती है। चूंकि रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया में भर्ती के विभिन्न तरीके शामिल हैं जैसे पदोन्नति, सीमित विभागीय परीक्षा, सीधी भर्ती आदि और इसमें समय लगता है इसलिए इस स्तर पर रिक्त पदों को भरने के लिए कोई विशिष्ट समय सीमा नहीं दी जा सकती है। अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया में बाधा ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा अस्थाई अवधि के लिए शिक्षकों को संविदा के आधार पर भी नियोजित किया जाता है।