नयी दिल्ली। संसद में विपक्ष के द्वारा कागज फाड़े जाने और विधेयकों के परित किये जाने के तौर तरीके के लिए आपत्तिजनत टिप्पणियां करने के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होेंने कहा कि विपक्ष द्वारा संसद में इस तरह का व्यवहार संविधान और जनता का अपमान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ही सांसदों को चुनती है। प्रधानमंत्री ने इस बयान पर नाराजगी जताई…पापड़ी- चाट बनाने की बात करना अपमानजनक बयान है। कागज छीन लेना और उसके टुकड़े कर फेंकना और माफी भी ना मांगना उनके अहंकार को दशार्ता है।’

ज्ञात हो कि तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने सरकार पर जल्दबाजी में विधेयकों को पारित कराने का आरोप लगाते हुए सोमवार को दावा किया कि सात-सात मिनट में एक विधेयक पारित कराया गया। ओ’ब्रायन ने एक ट्वीट में कहा था, ‘पहले 10 दिनों में संसद में कमाल! मोदी- शाह ने 12 विधेयक पारित कराये और इसका औसत समय सात मिनट प्रति विधेयक है।’
उन्होंने कहा, ‘ विधेयक पारित करा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं।’ तृणमूल कांग्रेस के ही सदस्य शांतनु सेन ने पिछले दिनों सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से पेगासस मुद्दे पर बयान की प्रति छीन ली थी और उसे हवा में लहरा दिया था। बाद में सेन को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। पिछले दिनों ऐसी ही एक घटना लोकसभा में हुई थी।

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