झुंझुनू । रक्षाबंधन के दिन भाई अपनी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेता है। राजस्थान में झुंझूनू जिले के खेतड़ी नगर में इस बार के रक्षाबंधन पर एक बहन ने अनूठी मिसाल पेश की है। बहन ने अपने छोटे भाई की जान बचाकर पूरे परिवार को मुश्किलों से बचा लिया है। खेतड़ी उपखंड के डाडा फतेहपुरा गांव की महिला ने रक्षाबंधन से महज चार दिन पहले अपने छोटे भाई को किडनी देकर बचा लिया। दोनों ने रक्षाबंधन का पर्व भी दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ही मनाया।

खेतड़ी की गुड्डी देवी (49) ने अपने छोटे भाई खुडाना, महेंद्रगढ़ निवासी सुंदर सिंह (47) को किडनी दी है। गुड्डी देवी ने बताया कि सुंदर सिंह की तबीयत खराब हो गई थी। इसके चलते दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में जांच कराई। पता चला कि दोनों किडनी खराब हैं। जल्द ही नहीं बदली गईं तो भाई की जान को खतरा हो सकता है। इस पर गुड्डी देवी ने 19 अगस्त को अपने भाई को एक किडनी दी।

जंच करवाने पर दो महीने पहले पता चला था कि सुंदरसिंह की दोनों किडनी फेल हो चुकी है। तलाश शुरू हुई तो बड़ी बहन गुड्डी देवी की किडनी डोनेट करने के काबिल पाई गई। बहन ने भी किडनी डोनेट करने की इच्छा जताई। गुड्डी देवी और सुंदर सिंह चार भाई और तीन बहन हैं। सुंदर सिंह सबसे छोटे हैं। वहीं गुड्डी देवी उनसे बड़ी हैं। दो भाई सेना में हैं। इसलिए वे किडनी नहीं दे सकते। सुंदर सिंह की पत्नी बीपी और शुगर की मरीज हैं। इसलिए वो भी नहीं दे सकीं। किडनी देने के बाद गुड्डी देवी ने अस्पताल में ही भाई की कलाई पर राखी बांध कर लम्बी उम्र की प्रार्थना की। फिलहाल दोनों दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। पूरे अस्पताल में बहन-भाई के अटूट प्यार और त्याग की भावना की चर्चा है। रक्षा बंधन के पावन पर्व पर इस बार एक बहन ने अपने भाई के प्राण बचा लिए। उसकी ओर से दिये गये अनमोल तोहफे की हर कोई तारीफ कर रहा है।

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