रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को दूसरी पाली में राज्य में अल्प वर्षा से उत्पन्न सुखाड़ की स्थिति पर जैसे ही चर्चा शुरू हुई। उसी दौरान भाजपा विधायक वेल के पास आकर हंगामा करने लगे। यह सरकार से बिना चर्चा कराए राज्य को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे थे। सदन में उत्पन्न व्यवधान को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने खुद हस्तक्षेप किया। मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सुबह से ही विपक्ष नए परिधान के साथ नए अंगवस्त्र के साथ यहां उपस्थित हुए हैं। यह ओरिजिनल किसान नहीं हैं। सदन में स्पष्ट हो गया कि यहां राज्य के अंदर वर्षा की जो स्थिति है, उसपर चर्चा हो। इसी को लेकर समय निर्धारित है। विपक्ष सदन को पैरेलाइज करने का षड्यंत्र कर रहा है। हमलोग चर्चा के लिए तैयार हैं, जो भी सुझाव आएगा, सरकार इसपर काम करेगी। विपक्ष सुबह से ही राज्य को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।