नई दिल्ली। आगामी त्याेहारों जैसे ओणम, रक्षा बंधन और कृष्ण जन्माष्टमी को देखते हुए केन्द्र सरकार ने अगस्त महीने के लिए चीनी का 2 लाख मीट्रिक टन का अतिरिक्त कोटा आवंटित किया है। अगस्त माह के लिए पहले से 23.5 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) चीनी का आवंटन हो चुका है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार घरेलू बाजार में अतिरिक्त चीनी से पूरे देश में इसके दाम उचित बने रहेंगे। चीनी की कीमतों में हालिया वृद्धि जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी। हर साल जुलाई-सितंबर के दौरान अगले सीजन से ठीक पहले कीमतें बढ़ती हैं और फिर गन्ना पेराई शुरू होने पर कीमतें कम हो जाती हैं। इस प्रकार चीनी की कीमत में वृद्धि बहुत मामूली और छोटी अवधि के लिए है।
मंत्रालय का कहना है कि पिछले एक साल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी की कीमतों में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके बावजूद देश में चीनी की औसत खुदरा कीमत लगभग 43.30 रुपये प्रति किलोग्राम रही है और आगे भी इसी के आसपास रहने की संभावना है।
मंत्रालय के अनुसार पिछले 10 वर्षों में देश में चीनी की कीमतों में वार्षिक महंगाई 2 प्रतिशत से कम रही है। चालू चीनी सीजन (अक्टूबर-सितंबर) 2022-23 के दौरान भारत में इथेनॉल उत्पादन के लिए लगभग 43 एलएमटी के डायवर्जन के बाद 330 एलएमटी चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। घरेलू खपत लगभग 275 एलएमटी रहने की उम्मीद है।