जयपुर/नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि जी-20 व्यापार और निवेश मंत्रिस्तरीय बैठक (टीआईएमएम) का ध्यान अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश में बाधाओं को कम करने पर होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि जी-20 के व्यापार और निवेश मंत्री व्यापार से संबंधित सभी मुद्दों पर व्यापक सहमति बना सकेंगे।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने यहां टीआईएमएम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने भरोसा जताया कि दो-दिन की बैठक के दौरान जी-20 के व्यापार और निवेश मंत्री व्यापार से संबंधित सभी मुद्दों पर व्यापक सहमति बना सकेंगे। गोयल ने कहा कि टीआईएमएम का ध्यान उत्पादकता और उत्पादन को बढ़ावा देने और सभी के लिए आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करना है।
पीयूष गोयल ने जी-20 और अन्य आमंत्रित देशों के मंत्रियों को ठोस, निर्णायक और कार्रवाई-उन्मुख परिणाम प्राप्त करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। इससे पहले उन्होंने जी-20 प्रतिनिधियों के साथ चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग का जश्न भी मनाया।
दरअसल, जी-20 देशों के प्रतिनिधि दो दिन की व्यापार और निवेश पर मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए यहां पर एकत्र हुए हैं। वे विकास और समृद्धि के लिए व्यापार के पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों-व्यापार और जुझारू वैश्विक मूल्य श्रृंखला, वैश्विक व्यापार में एमएसएमई को एकीकृत करना, व्यापार के लिए लॉजिस्टिक्स और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के सुधारों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।