रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने बेल में आकर हंगामा किया और नारेबाजी की। इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी बेल में आकर विपक्ष का विरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष रबिंद्र नाथ महतो के समझाने के बावजूद सदस्य अपनी सीट पर नहीं बैठे। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।
वही सदन के कार्यवाही शुरू होते ही सूचना के तहत कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि दिशोम गुरु को भारत रत्न मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे संबंधित प्रस्ताव सरकार विधानसभा में लाये। साथ ही उन्होंने विधानसभा परिसर में डॉ भीमराव अंबेडकर, सिद्धू कान्हो और शिबू सोरेन की प्रतिमा स्थापित करने की मांग सरकार से की।
भाजपा के विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव हाथों में संविधान लेकर घूमते हैं, लेकिन राज्य में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक लाकर राज्यपाल की शक्ति को सीज कर दिया है। इसके खिलाफ राज्य के छात्र सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने सरकार पर नौकरी बेचने का भी आरोप लगाया। इसके बाद विपक्ष के विधायक बेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके साथ ही सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी बेल में पहुंचकर विपक्ष का जोरदार तरीके से विरोध किया। नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि विश्वविद्यालय विधेयक में कहीं से भी लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन नहीं किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष रबिंद्र नाथ महतो ने सदस्यों से अपनी सीट पर बैठने की गुजारिश की। लेकिन वे नहीं माने। इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगली बार से आप सभी सदस्य प्रश्न कल का प्रश्न नहीं डालें। प्रश्न का जवाब नहीं मिलने की जवाबदेही आप सभी सदस्यों पर होगी। उन्होंने फिर से सदस्यों से प्रश्न काल चलने देने का आग्रह किया, लेकिन कोई भी सदस्य अपनी सीट पर आकर नहीं बैठा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस बार एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सका है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।