Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, August 4
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»जिला व्यवहार न्यायालय में वकीलों ने दी दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि
    Top Story

    जिला व्यवहार न्यायालय में वकीलों ने दी दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि

    shivam kumarBy shivam kumarAugust 4, 2025Updated:August 4, 2025No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    पूर्वी सिंहभूम। झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रणेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर सोमवार को जमशेदपुर के अधिवक्ता समुदाय ने गहरा शोक प्रकट किया। इस अवसर पर जिला व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्यू बार बिल्डिंग में शोक सभा का आयोजन किया गया, जहां उपस्थित सभी वकीलों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।

    शोकसभा में समाजवादी चिंतक सुधीर कुमार पप्पू ने कहा कि आदिवासियों की अस्मिता और झारखंड की आत्मा खामोश हो गई है। शिबू सोरेन ने झारखंड को सूदखोरों के शोषण से मुक्ति दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाई और आदिवासी पहचान के पर्याय बनकर उभरे। उन्होंने झारखंड अलग राज्य आंदोलन को नई दिशा दी और उसकी परिणति अलग राज्य निर्माण में हुई।

    पूर्व लोक अभियोजक अधिवक्ता पीएन गोप ने कहा कि शिबू सोरेन झारखंड के उन भूमि पुत्रों में से एक थे, जिन्होंने सदियों पुराने सपनों को साकार करने की राह दिखाई। गुरूजी के पुत्र हेमंत सोरेन बतौर मुख्यमंत्री उनके जल, जंगल और जमीन के अधिकारों को मूर्त रूप देने के कार्य में लगे हुए हैं।

    इस शोक सभा में अधिवक्ता रतन चक्रवर्ती, टीएन ओझा, प्रीति ओझा, कोमल वर्मा, गणेश टुडू, रामजीत पांडेय, राज कुमार शर्मा, पवन कुमार, राजू सिंह, नरहरी आचार्य, चंदन भट्टाचार्य सहित अन्‍य अधिवक्ता उपस्थित रहे।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपीवीयूएनएल ट्रांसमिशन लाइन का कटिया ग्रिड से सफल रीचार्ज
    Next Article झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन, दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में ली अंतिम सांस, तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
    shivam kumar

      Related Posts

      संघर्षशील और जुझारू सख्शियत थे शिबू सोरेन

      August 4, 2025

      शिबू सोरेन के निधन पर झारखंड के राज्यपाल और नेता प्रतिपक्ष ने जताया शोक

      August 4, 2025

      दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर कोड़ा दंपती ने जताया शोक

      August 4, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने गंगा राम अस्पताल में शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी
      • शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने सर गंगाराम अस्पताल पहुंचे राहुल और खरगे
      • संघर्षशील और जुझारू सख्शियत थे शिबू सोरेन
      • शिबू सोरेन पूरे देश के दलित व आदिवासी समुदाय का बड़ा चेहरा थे : लालू यादव
      • राहुल गांधी भारतीय नहीं, पाक-बांग्लादेशी सोच के हैं : डॉ. हिमंत बिस्व सरमा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version