Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, October 11
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»हिमाचल में मॉनसून का कोहराम, मनाली में दुकानें-रेस्टोरेंट बहे, 9 जिलों में आज स्कूल-कॉलेज बंद
    देश

    हिमाचल में मॉनसून का कोहराम, मनाली में दुकानें-रेस्टोरेंट बहे, 9 जिलों में आज स्कूल-कॉलेज बंद

    shivam kumarBy shivam kumarAugust 26, 2025No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर लगातार जारी है। भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सबसे ज्यादा तबाही पर्यटन नगरी मनाली में देखने को मिली, जहां ब्यास नदी के उफान पर आने से बाहंग बाजार में एक रेस्टोरेंट (शेर-ए-पंजाब) और तीन-चार दुकानें बह गईं। गनीमत रही कि इसमें किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ।

    मनाली डीएसपी क्षमा दत्त शर्मा ने बताया कि खतरे को भांपते हुए बीती रात ही रेस्टोरेंट और दुकानों को खाली करवा लिया गया था। बावजूद इसके संपत्ति को लाखों का नुकसान पहुंचा है। मनाली में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है और जगह-जगह हालात बिगड़े हुए हैं।

    मनाली से कुल्लू के बीच नेशनल हाईवे तीन ढंकार के पास क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। अभी वाहनों को रायसन के पास से लेफ्ट बैंक होकर मनाली भेजा जा रहा है। मनाली के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। इसी दौरान मनालसु नाले में बाढ़ आने से मनाली शहर की पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। प्रशासन ने कहा है कि बहाली का कार्य तभी शुरू होगा, जब जलस्तर नीचे गिरेगा। मनाली शहर के पेयजल उपभोक्ताओं से पानी का सावधानी से उपयोग करने की अपील की गई है।

    इधर, मंडी जिले में भी तबाही देखने को मिली है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद है। पंडोह से औट के बीच कई स्थानों पर मलबा गिरने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। हणोगी के पास सैकड़ों लोगों ने फोरलेन की टनलों में शरण ले रखी है। मंदिर कमेटी, प्रशासन और दानी लोग फंसे हुए लोगों तक भोजन-पानी पहुंचा रहे हैं। मंडी के बालीचौकी क्षेत्र में दो और मकान गिर गए हैं। लाछ और बाता गांव में करीब 35 घर खतरे की जद में हैं, जबकि कई घरों में दरारें आ गई हैं।

    प्रदेशभर में लगातार हो रही भारी वर्षा से स्कूलों को भी बंद करना पड़ा है। आज मंगलवार को 9 जिलों शिमला, कांगड़ा, चंबा, ऊना, मंडी, कुल्लू, सोलन, बिलासपुर और हमीरपुर के सभी शिक्षण संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया गया। लाहौल स्पीति जिले के लाहौल और उदयपुर उपमंडल में भी स्कूल बंद रखे गए हैं।

    कांगड़ा जिले में पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से महज एक फुट नीचे पहुंच गया है। बीती रात को जलस्तर 1388.65 फुट रिकॉर्ड किया गया। बांध का आउटफ्लो चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 75,000 क्यूसिक किया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है।

    इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज के लिए चंबा और कांगड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। कुल्लू और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जबकि ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में येलो अलर्ट लागू है। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में 31 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।

    बारिश से प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार सैंकड़ों सड़कें बंद पड़ी हैं। मंडी में 288, चंबा में 214, कुल्लू में 131 और सिरमौर में 41 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। बिजली आपूर्ति और पेयजल योजनाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। भारी तादाद में बिजली ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं।

    इस मानसून सीजन में अब तक 306 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग लापता और 360 लोग घायल हुए हैं। 3,186 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 693 पूरी तरह ढह गए। अकेले मंडी जिले में ही 1,500 मकान प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा 470 दुकानें और 2,819 पशुशालाएं भी तबाह हो चुकी हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleविपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी लखनऊ पहुंचे
    Next Article डीपीएल: सेंट्रल दिल्ली किंग्स ने पुरानी दिल्ली को 104 रनों से हराकर प्लेऑफ में बनाई जगह
    shivam kumar

      Related Posts

      प्रतियोगी परीक्षा संबंधी जांच आयोग ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपी अंतरिम रिपोर्ट

      October 11, 2025

      “लोकनायक” जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चाैधरी ने दी श्रद्धांजलि

      October 11, 2025

      उपराष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर सिताब दियारा में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त

      October 11, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • 1948 लंदन ओलंपिक का गोल्ड मेडल भारतीय हॉकी के लिए हमेशा खास रहेगा : हरमनप्रीत सिंह
      • नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप: हिमांशु जाखड़ ने नीरज चोपड़ा का मीट रिकॉर्ड तोड़ा
      • प्रतियोगी परीक्षा संबंधी जांच आयोग ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपी अंतरिम रिपोर्ट
      • बलोच लिबरेशन आर्मी ने जामरान में पाकिस्तानी सेना को रसद पहुंचाने पर पाबंदी लगाई
      • पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर टीटीपी का हमला, भीषण गोलीबारी में कम से कम सात की मौत
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version