तिरुपति:  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शनिवार को आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में स्थित मशहूर भगवान श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। पिछले महीने देश के राष्ट्रपति चुने जाने और पद संभालने के बाद कोविद की इस तीर्थस्थल की यह पहली यात्रा थी।

राष्ट्रपति और उनके परिवार ने करीब आधा घंटा मंदिर में बिताया और मंदिर के कई रीति-रिवाजों में हिस्सा लिया।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन इस दौरान कोविद के साथ मौजूद थे।

इस प्राचीन मंदिर के मामलों को देखने वाली संस्था, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के मुताबिक, राष्ट्रपति ने पहले भू वराह स्वामी मंदिर जाकर पूजा की और उसके बाद वह तिरुमाला मंदिर पुहंचे।

उनका स्वागत टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल और दूसरे अधिकारियों ने किया, जबकि मंदिर के वेद पंडितों ने भारत के प्रथम नागरिक को सम्मान स्वरूप ‘इष्टिकफल स्वागथम’ भेंट किया।

उन्होंने मंदिर में अपनी पत्नी सविता, बेटे प्रशांत और बेटी स्वाती के साथ पूजा-अर्चना की। मंदिर के प्रमुख पंडितों में से एक, ए. वी. रमना दीक्षितुलू ने राष्ट्रपति को आभूषणों और पीठासीन देवताओं की महत्ता के बारे में समझाया।

बाद में ‘रंगनायकुला मंडपम’, ‘वेदाशीर्वचनम’ का पाठ हुआ और उसके बाद टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी ने राष्ट्रपति को ‘तीर्थ प्रसादम’, भगवान वेंकटेश की लेमिनेशन की हुई फोटो और शेष वस्त्रम भेंट किए।

कोविंद ने शुक्रवार को पास में तिरुचनूर के देवी पद्मावती मंदिर जाकर भी पूजा-अर्चना की थी।

राष्ट्रपति ने तिरुमाला मंदिर के मामलों के प्रंबधन के लिए टीटीडी के प्रयासों की सराहना की।

दो दिन के दौरे के बाद राष्ट्रपति नई दिल्ली लौट गए हैं।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version