कठुआ। देश के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे शेल्टर होम्स में बच्चों के साथ यौन शोषण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। नया मामला जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले से है। यहां एक अवैध तौर पर चल रहे छात्रावास में बच्चों के यौन शोषण का खुलासा हुआ है। शनिवार को कठुआ जिले में हुए इस खुलासे के बाद पुलिस ने इस बाल सुधार गृह से करीब 20 बच्चों को आजाद कराया गया है। आजाद कराए गए सभी बच्चे नाबालिग हैं। इन सभी को केरल के रहने वाले एक शख्स के घर से छुड़ाया गया है। इस अवैध छात्रावास के संचालक ने खुद को पठानकोट के एक चर्च से सम्बद्ध बताया है, हालांकि चर्च ने उसके इस दावे को खारिज करते हुए कोई संबंध न होने की बात कही है।
बता दें कि कुछ महीनों पहले ही कठुआ में गुर्जर बकरवाल समुदाय की नाबालिग बच्ची की गैंगरेप के बाद वीभत्स हत्या का मामला सामने आया था। इस मामले के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए थे। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम करीब 5 बजे कठुआ पुलिस की एक विशेष टीम ने शहर के बस स्टैंड के पास एक अवैध छात्रावास पर छापा मारा। यहां करीब 2 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद 20 बच्चों को मुक्त कराया गया। इस दौरान पुलिस ने मौके पर मौजूद एंथनी नाम के शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह सभी बच्चे इस अवैध छात्रावास में बीते 4 साल से रह रहे थे और इन्हें यहां पर मुफ्त में सारी सुविधाएं दी जा रही थीं।
कई राज्यों से लाए गए थे बच्चे
पुलिस की पूछताछ के दौरान बच्चों ने बताया कि एंथनी की शह पर उनका यौन शोषण किया जाता था। पुलिस के मुताबिक इन बच्चों को पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से यहां लाया गया था। कठुआ के उपायुक्त रोहित खजूरिया ने बताया कि हॉस्टल से मुक्त कराए गए बच्चों ने यौन शोषण किए जाने का आरोप लगाया है और इन सभी को अब नारी निकेतन और बाल सुधार गृह में शिफ्ट करा दिया गया है।
आरोपी ने किया पठानकोट के चर्च से जुड़े होने का दावा
उपायुक्त ने कहा कि जिन बच्चों को यहां से आजाद कराया गया है उनमें 8 लड़कियां और 12 लड़के शामिल हैं। बच्चों के यौन शोषण के मामले में एक एफआईआर दर्ज करते हुए हॉस्टल संचालित करने वाले एंथनी को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद के पठानकोट के किसी चर्च से संबद्ध होने का दावा कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस दावे से इतर चर्च के लोगों ने युवक से कोई भी संबंध न होने की जानकारी दी है।
बच्चों को नशा दिए जाने का शक : उपायुक्त ने कहा कि मामले की जांच के लिए प्रशासन द्वारा एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया गया है। प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को हुई इस कार्रवाई से पहले पुलिस को छात्रावास में कुछ संदिग्ध गतिविधियां होने की जानकारी मिली थीं, जिसके बाद पुलिस टीम ने यहां छापेमारी कर साजिश का खुलासा किया। पुलिस की जांच में बच्चों को नशा दिए जाने की बात भी सामने आई है, जिसे देखते हुए आरोपियों के खिलाफ कुछ अन्य मामलों में भी केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
बिहार और यूपी में भी सामने आए केस : बता दें कि हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम में भी 34 लड़कियों के साथ रेप किए जाने की घटना सामने आई थी। इस मामले के सामने आने के बाद बिहार सरकार ने सीबीआई से इसकी जांच कराने का फैसला किया था। वहीं, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भी एक नारी संरक्षण गृह के भीतर लड़कियों का यौन शोषण होने की घटना सामने आई थी।