भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर काफी समय से तनाव चल रहा है. हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति तक बन रही है. इस तनाव के बीच एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है जहां चीन कुछ कंपनियों के द्वारा भारतीयों पर नजर रख रहा है. इनमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री तक, मुख्यमंत्री से लेकर सेना के वरिष्ठ अफसरों तक की जासूसी होने की जानकारी है. जो भारत का लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
कंपनी का चीन की सरकार और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से सीधा संबंध:
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया कि शेनजेन बेस्ड चीनी कंपनी ‘झेनझुआ डाटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड’ भारत में करीब दस हजार लोगों की निगरानी कर रही है. इस कंपनी का चीन की सरकार और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से सीधा संबंध है.
40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद सूची में शामिल:
इस जासूसी लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच प्रधानमंत्रियों, पूर्व और वर्तमान के 40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद, कानून निर्माता, विधायक, मेयर, सरपंच और सेना से जुड़े समेत करीब 1350 लोगों के नाम शामिल हैं.
अलग-अलग पार्टियों के करीब 700 नेताओं पर भी चीन की नज़र:
इतना ही नहीं, चीन के द्वारा अलग-अलग पार्टियों के करीब 700 नेताओं की निगरानी रखी जा रही है. इसके अलावा 460 वो लोग भी हैं जो इन नेताओं के करीबी रिश्तेदार हैं. 100 से ज्यादा नेताओं की फैमिली ट्री बनायी गयी है, जिन पर निगाह रखी जा रही है. करीब एक दर्जन मौजूदा और पूर्व राज्यपालों की भी डिटेल्स रखी गयी हैं. वहीं चीन की निगरानी सूची में कई पोर्टियों के 200 छोटे बड़े नेता भी शामिल हैं. इस खुलासे से ये साफ हो गया है कि चीन सिर्फ सीमा पर नहीं बल्कि साइबर की दुनिया में भी एक जंग लड़ रहा है.