आजाद सिपाही संवाददाता

रांची। केंद्र सरकार जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने के लिए कई तरह के दूरदर्शी कदम उठा रही है। केंद्र सरकार की ऐसी ही एक पहल ट्राइफेड के साथ बिग बास्केट और पूर्ति एग्रोटेक की साझेदारी है। सोमवार को ट्राइफेड तथा बिग बास्केट के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनजातीय उद्यमिता को बढ़ावा देना केंद्र सरकार का लक्ष्य है। हम जनजातीय समुदाय के समावेशी और संतुलित विकास की दिशा में काम कर रहे हैं। ट्राइफेड और ट्राइब्स इंडिया के ये सहयोग जनजातीय लाभार्थियों को घरेलू तथा अंतरराष्टÑीय बाजारों तक उनकी पहुंच को प्रतिबंधित करनेवाली चुनौतियों और बाधाओं को पार करने में मदद करेंगे। गौरतलब है कि ट्राइफेड जनजातीय समुदाय के जीवन में सुधार लाने के लिए कई तरह के काम कर रहा है। इसी क्रम में उसने इ-किराना प्लेटफार्म बिग बास्केट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत बिग बास्केट प्राकृतिक वन धन उत्पादों के साथ उनके प्रचार-प्रसार के लिए भी काम करेगा।

मोती की खेती को बढ़ावा देगा ट्राइफेड

ट्राइफेड ने झारखंड में मोती की खेती को बढ़ावा देने के लिए दूसरा समझौता पूर्ति एग्रोटेक के बुद्धन सिंह पूर्ति के साथ किया है। बुद्धन सिंह पूर्ति जनजातीय उद्यमी हैं, जिनका सीप से मोती की खेती को बढ़ावा देनेवाला अनूठा व्यवसाय है। हो जनजातीय समुदाय से आनेवाले बुद्धन सिंह पूर्ति से ट्राइफेड मोती खरीदेगा और उन्हें 141 ट्राइब्स इंडिया बिक्री केंद्रों तथा विभिन्न इ-कॉमर्स पोर्टलों के जरिये बेचा जायेगा।

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