छह मजदूरों को गुुजरात बार्डर पार करा कर पाकिस्तान भेज दिया गया
सरायकेला। मानव तस्करी की जाल मे फंसे झारखंड और बंगाल के 17 मजदूरों को पाकिस्तान भेजा जा रहा था , जिसमें 11 मजदूर अपनी जान बचाते हुए अपने घर लौटे हैं, लेकिन छह मजदूरों को गुजरात बार्डर पार पाकिस्तान भेज दिया गया। उनसे अभी तक संपर्क कटा हुआ है। इन मजदूरों का मोबाइल भी बंद है। भाग कर अपनी जान बचाने वाले झारखंड के- कुकड़ू प्रखंड अदलडीह गांव के पांच मजदूरों की आप बीती सुनेंगे तो आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे। कैसे ये मजदूर अपनी जान बचा कर पाकिस्तान की सीमा से भाग कर अपने गांव लौटे हैं।
आपको बता दें कि कुल 17 मजदूर, जिसमें झारखंड के आठ और बंगाल के नौ मजदूर एक ठेकेदार के माध्यम से अहमदाबाद में काम करने गये थे। वहां पहुंचने के बाद उन्हें ठेकेदार द्वारा बदसुलूकी और शोषण का सामना करना पड़ा। ठेकेदार ने मोबाइल बंद कर मजदूरों को दूसरे लोगों के हाथों सौंप दिया गया। जिन लोगों के हाथों मजदूरों को सौंपा गया, वे मजदूरों को मानव तस्कर के रूप में खरीद कर उसे पाकिस्तान ले जाना चाह रहे थे। सभी मजदूरों को गुजरात बॉर्डर तक ले जाया गया, जहां सीमा पार करने के लिए कागजात बनाये जाते हैं। मजदूरों को समझ में आ चुका था कि वे फंस चुके हैं और उन्हें पाकिस्तान ले जाया जा रहा है, जब मजदूरों ने इसका विरोध किया तो जान से मारने की धमकी दी गयी और मजदूरों के पास जो भी रुपये थे वे भी उनसे छीन लिये गये। किसी तरह से मजदूर गुजरात-पाकिस्तान सीमा से चकमा देकर अहमदाबाद के सरखेज स्टेशन में छुपे और अपने परिवार वालों से संपर्क किया। परिवार वालों ने भाजपा नेता बिनोद राय से संपर्क किया और फिर विनोद राय ने युवा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज से संपर्क कर जानकारी दी। शशांक राज के सहयोग से अहमदाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेता नरेश जी से संपर्क स्थापित हुआ। उनके प्रयासों से प्रशासन का सहयोग मिला और सभी 11 मजदूरों को सुरक्षित रेलवे स्टेशन पहुंचाकर झारखंड लौटने वाली ट्रेन में बैठाया गया।
वर्तमान में सभी मजदूर सुरक्षित हैं और अपने घर पहुंच गये हैं। इस पूरी प्रक्रिया की लाइव वीडियो और लोकेशन भी साझा की गयी है तब जाके मजदूर सुरक्षित घर लौट पाये हैं। भाजपा नेता विनोद राय की त्वरित कार्रवाई, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज और अहमदाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेताओं के समन्वय से यह महत्वपूर्ण बचाव कार्य सफल हुआ है। सभी 11 मजदूर अब सुरक्षित रूप से घर पहुंच गये हैं।
लेकिन लौटे हुए मजदूर कलेश्वर लोहरा की बात मानें को 17 मजदूरों मे से 6 मजदूरों को पाकिस्तान सीमा मे प्रवेश करा दिया गया है । छह मजदूर मे तीन मजदूर जमशेदपुर के गदड़ा और तीन मजदूर बंगाल के हैं। 17 मजदूर मे 11 मजदूर किसी तरह से भाग कर अपनी जान बताये और वापस अपने घर लौट आये है , लेकिन अब छह मजदूर पाकिस्तान मे फंसे है , जिसका मोबाइल बंद है और कोई संपर्क नही हो रहा है ।