रांची। उत्पाद सिपाही भर्ती की दौड़ में रांची से सटे बिजूपाड़ा निवासी आरती की मौत 6 सितंबर को हो गयी थी। आरती 31 अगस्त को दौड़ में शामिल हुई थी, जहां वो बेहोश हो गयी। उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी गुरुवार को आरती के परिजनों से मिलने पहुंचे। परिजनों ने बताया कि आरती की शादी एक वर्ष पूर्व ही हुई थी। उनके निधन से परिवार में मातम छाया हुआ है।
एक नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा दे सरकार
इस दौरान अमर बाउरी ने कहा कि 583 पदों के लिए 5 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया है। इस उमस भरी गर्मी में राज्य सरकार अभ्यर्थियों को 10 किलोमीटर दौड़ा रही है। मेरी जानकारी के मुताबिक आज तक किसी परीक्षा के फिजिकल टेस्ट में बच्चों ने जान नहीं गंवायी। राज्य सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रही है। मुख्यमंत्री कभी कोरोना वैक्सीन को गलत ठहरा रहे हैं और कभी कुछ कह रहे हैं। दुखद बात यह है कि घटनाएं हो रही हैं। लोग अस्पताल जा रहे हैं, लेकिन प्रॉपर जो मेडिकल सेवा देनी चाहिए थी, वह नहीं दी जा रही है। हम लोगों ने राज्य सरकार से मांग की थी कि मृतकों के आश्रितों को 50 लाख मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
हम विपक्ष में रहते हुए भी 1 लाख प्रति परिवार को दे रहे हैं। जिस दिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी, तो उस दिन हम तीन महीने के अंदर मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये देंगे। परिजनों से मिलने वालों में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, समीर उरांव, गंगोत्री कुजूर सहित भाजपा के कई नेता शामिल थे।