इस्लामाबाद (पाकिस्तान)। पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र सभी भारतीय स्वामित्व वाली या भारतीय संचालित एयरलाइंस के लिए 23 अक्टूबर तक प्रतिबंधित रहेगा। पाकिस्तान हवाई अड्डा प्राधिकरण के शुक्रवार को जारी नए नोटम (नोटिस टू एयरमैन) के अनुसार, यह प्रतिबंध भारतीय वाणिज्यिक एयरलाइंस, भारत में पंजीकृत विमानों और सैन्य उड़ानों को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकता है।
द न्यूज अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव अब भी बरकरार है। पहलगाम हमले के बाद भारत के जवाबी उपाय से पाकिस्तान पानी की दुहाई दे रहा है। भारत के सिंधु जल संधि के निलंबित करने व अन्य जवाबी उपायों को पाकिस्तान दुनिया के सामने उठा चुका है।
पाकिस्तान ने पहलगाम हमले के बाद बढ़े द्विपक्षीय तनाव के बीच नई दिल्ली के महत्वपूर्ण सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद जैसे को तैसा कदम उठाते हुए भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। पाकिस्तान के इस फैसले के बाद भारत ने भी 30 अप्रैल को पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। बाद में पाकिस्तान ने शुरुआती प्रतिबंध को 23 मई को एक और महीने के लिए बढ़ाया। अब इसे अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
पाकिस्तान का आरोप है कि भारत ने 6-7 मई को बिना किसी उकसावे के मुल्क के शहरों पर हमले किए। पाकिस्तान का दावा है कि इस पर उसने ऑपरेशन बनयान-उम-मार्सूस शुरू कर भारत को नुकसान पहुंचाया। नई दिल्ली ने दावा किया था कि ये हमले “आतंकवादी ठिकानों” पर लक्षित थे।
कहा जाता है कि कम से कम 87 घंटे बाद दोनों राष्ट्रों के बीच युद्ध 10 मई को थमा। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इससे पहले 1999 के कारगिल युद्ध और 2019 के पुलवामा संकट के दौरान भी हवाई क्षेत्र को बंद किया गया था।