पलामू। सदर मेदिनीनगर प्रखंड अंतर्गत रजवाडीह मध्य विद्यालय में उपायुक्त पलामू समीरा एस की अध्यक्षता में ‘विशेष अभिभावक-शिक्षक बैठक’ का आयोजन शनिवार को किया गया। डीएसई संदीप कुमार ने बैठक का संयोजन किया। संचालन विद्यालय के प्रधानाध्यापक परशुराम तिवारी ने किया। इसके पूर्व शिक्षिका निशा, प्रियंका कुमारी, पूनम रानी, शिक्षक विजय कुमार ठाकुर और लैब इंस्टेक्टर अनूप कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बच्चों ने हर्षाेल्लास के वातावरण में उपायुक्त, डीएसई सहित अन्य अतिथियों को तिलक लगाकर और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
बैठक में डीसी समीरा एस ने शत-प्रतिशत उपस्थिति वाले बच्चों के माता-पिता प्रतिमा देवी, मुकेश साव, सुचिता देवी, रंजु देवी, अखिलेश यादव, नीलम देवी, अरविंद पाण्डेय, ललिता देवी और सरिता देवी को झारखंडी संस्कृति का अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। डीसी समीरा एस ने अपने संबोधन में कहा कि माता-पिता को बच्चों की पढ़ाई में अपनी भूमिका अवश्य निभानी चाहिए। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को रोज विद्यालय भेजें तथा घर पर कम से दो घंटे पढ़ने के लिए प्रेरित करें जिसमें बोलकर पढ़ना भी शामिल हो।
डीसी ने अभिभावकों का आह्वान करते हुए कहा कि साल में होने वाले चार पीटीएम के लिए आप समय निकालिए तथा बैठक में माता-पिता दोनों भाग लीजिए। उन्होंने कहा कि आज आप तय कर लीजिए कि बिना बहाना बनाये बच्चों को शिक्षित करने में अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि ये बच्चे सिर्फ आपके नहीं हैं, बल्कि हमारे भी हैं और देश के कर्णधार हैं। इसलिए इनके भविष्य को उज्ज्वल बनावें। उन्होंने आगे कहा कि वह भी सरकारी स्कूल से पढ़ी हैं इसलिए मन से सरकारी स्कूल के प्रति नकारात्मक विचार निकाल दें। डीसी पलामू ने विद्यालय में ‘एक पौधा मां के नाम अभियान’ के तहत एक पौधा भी लगाया। साथ ही उन्होंने कक्षावार बच्चों से मिलकर उनकी पढ़ाई का जायजा लिया तथा उनका हौसला अफजाई की। वह पूरे कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के वातावरण से प्रसन्न दिखीं।
वहीं डीएसई संदीप कुमार ने बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार बच्चों की पढ़ाई के लिए हर सुविधा दे रही है। इसे जाया न होने दें। प्रधानाध्यापक परशुराम तिवारी ने कहा कि उपायुक्त के विद्यालय आने से हम सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का मनोबल ऊंचा हुआ है। बैठक में एडीपीओ अम्बुज्या पाण्डेय, बीपीओ राजीव कुमार सिंह और बीआरपी सत्येन्द्र कुमार पाठक ने भाग लिया। बैठक में सत्तर से अधिक अभिभावक शामिल थे।