नई दिल्ली / इंदौर। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर एक बार फिर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में पूरे देश के लिए मिसाल बन गया है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 के नतीजों में इंदौर ने देश का नंबर वन शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है। इससे पहले लगातार आठ वर्षों तक सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम कर चुके इंदौर ने अब स्वच्छ हवा के क्षेत्र में भी नया कीर्तिमान रच दिया है।
दिल्ली स्थित पर्यावरण भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इंदौर को स्वच्छ वायु अवॉर्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, और नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
महापौर भार्गव ने इस उपलब्धि को शहरवासियों की जागरूकता, सहभागिता और पर्यावरण के प्रति समर्पण का नतीजा बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “इंदौर को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर गर्व है। साथ ही यूनाइटेड नेशंस द्वारा ‘वेटलैंड सिटी’ का प्रमाणपत्र मिलना इंदौर की वैश्विक पहचान को दर्शाता है।”
इस वर्ष के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में इंदौर ने 200 में से पूरे 200 अंक हासिल किए हैं, जो शहर की शुद्ध हवा, प्रदूषण नियंत्रण और हरियाली के लिए किए गए प्रयासों का प्रमाण है। इस उपलब्धि ने इंदौर को न केवल देश का सबसे स्वच्छ शहर, बल्कि सबसे प्रदूषण मुक्त और पर्यावरण अनुकूल शहर भी बना दिया है।
जबलपुर को मिला दूसरा स्थान
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव को भी दिल्ली में हुए समारोह में सम्मानित किया गया।
जबलपुर को इस शानदार उपलब्धि के लिए एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई। महापौर अन्नू ने इसे जबलपुरवासियों की जागरूकता और सामूहिक प्रयासों की जीत बताया। उन्होंने कहा, “जबलपुर केवल संस्कारधानी ही नहीं, अब स्वच्छ और शुद्ध हवा की राजधानी के रूप में भी उभर रहा है।”
गौरतलब है कि पिछले साल यानी 2024 के सर्वेक्षण में भी जबलपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया था, जबकि सूरत पहले स्थान पर था। इस बार सूरत को तीसरा स्थान मिला है।
स्वच्छता और पर्यावरण के क्षेत्र में मध्य प्रदेश अग्रणी
इस शानदार प्रदर्शन के साथ मध्य प्रदेश ने स्वच्छता और पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी राष्ट्रीय पहचान को और मजबूत कर लिया है। जहां एक ओर इंदौर को ‘वेटलैंड सिटी’ का दर्जा मिला है, वहीं जबलपुर लगातार दूसरी बार टॉप-3 शहरों में शामिल हुआ है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस अवसर पर कहा कि “शहरों का यह प्रदर्शन केवल सरकार की योजनाओं का नतीजा नहीं, बल्कि नागरिकों की जागरूकता और सहभागिता का सशक्त उदाहरण है।”